एसयूवी बम, लेटर बम और अब बमचक… महाराष्ट्र की राजनीति में पहले दोनों प्रकरण सरकार के लिए गली की हड्डी बने हुए हैं। उस पर कांग्रेस के मुंबईवाले ‘भाई’ ने एक बमचक मचा दी है। उनके इस बमचक को दो घंटे ही बीते थे कि सामने से जबरदस्त काउंटर अटैक हो गया है। यानी अपने मुंबई वाले ‘भाई’ को ‘भाईगिरी’ में ही उत्तर मिला तो बोलती बंद ही बंद हो गई है।
अब भाई क्या करें… सोलह घंटे बीतने के बाद भी उनकी भाईगिरी पर सन्नाटा है। हो भी क्यों ना? आखिर, भाई ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जब उंगली उठाई तो आरोप में श्रीमती फडणवीस को भी जो खींच लिया था। राजनीति की चौसड़ से दूर श्रीमती फडणवीस अपनी बैंकर की जिम्मेदारी और परिवार को संभालती हैं और उससे समय निकालकर अपनी मधुर आवाज से कला की बगिया को गुंजित कर देती हैं।
इसे मराठी में पढ़ें – जेव्हा मिसेस फडणवीस म्हणाल्या ‘डिवचायचं’ नाही…
ये भी पढ़ें – अब ‘संजय’ ने शुरू कर दी ‘महाभारत!’
…और ट्विटर पर तड़ाक
हाल ही में महिला दिवस के आसपास मिसेज फडणवीस का एक गाना रिलीज हुआ “नयन डरे-डरे” इसमें स्वर और प्रस्तुति दोनों ही मोहक थी। लेकिन, राजनीति को इससे क्या काम उसकी पूजा तो बमचक है। सो भाई ने बमचक मचाते हुए एक चैनल को दिये साक्षात्कार में श्रीमती फडणवीस को लपेट लिया।
मुंबई कांग्रेस के अध्यक्ष भाई जगताप ने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर टिप्पणी की थी। उन्होंने पूछा है कि, पुलिस वालों का खाता पत्नी के बैंक में किस आधार पर स्थानांतरित किया था पहले इसका उत्तर दें।
भाई ने गृहमंत्री अनिल देशमुख के समर्थन में अपनी पार्टी का समर्थन व्यक्त करने के लिए बोल तो दिया पर ये तीर श्री फडणवीस को नहीं बल्कि श्रीमती फडणवीस को जा लगा। जिसके बाद तो ट्विटर पर ही भाई की भाईगिरी ढीली कर दी श्रीमती फडणवीस ने..
ए भाई, तू जो कोई भी होगा – मुझपर उंगली नहीं उठाने का!
पुलिसवालों के खाते तुम्हारे ही राज में तुम्ही ने ‘UTI बैंक / AXIS बैंक’ की योग्यता देखकर दी थी!
ध्यान में रख, सीधे रास्ते चलनेवाले लोगों को परेशान नहीं करने का!
ए भाई , तू जो कोण असशील – माझ्या वर बोट उचलायचं न्हाय !
पोलिसांची खाती तुमच्याच राज्यत तुम्ही ‘UTI बैंक / Axis बैंक ‘ ला योग्यता पाहून दिली होती !
लक्षात ठेव, सरळ रस्त्याने चालणाऱ्या माणसांना डिवसायचे न्हाय ! @BhaiJagtap1 https://t.co/tny1xz4cMF— AMRUTA FADNAVIS (@fadnavis_amruta) March 22, 2021
ये भी पढ़ें – उत्तर प्रदेशः होली मनाने से पहले जान लें सरकार की गाइडलाइंस!
Join Our WhatsApp CommunityFirst generalised mandate followed by specific police mandate-both were given by the Congress-NCP govt in 2005 . This matter is clarified many times & we can further reply by presenting documents in court.
Just to cover up #100Crore extortion case & murder- you can’t stoop so low— AMRUTA FADNAVIS (@fadnavis_amruta) March 23, 2021