उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के अयोध्या (Ayodhya) में राम मंदिर अनुष्ठान (Ram Temple Rituals) का रविवार (21 जनवरी) छठा दिन है। सोमवार (22 जनवरी) को राम मंदिर का अभिषेक (Abhishek) किया जाएगा, जिसे लेकर देशभर में जश्न का माहौल है। साढ़े 500 साल बाद राम मंदिर में विराजमान होंगे रामलला (Ramlala)। दिन की शुरुआत देवताओं की दैनिक पूजा से होगी, जो चल रहे प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठानों का केंद्र है।
मिली जानकारी के अनुसार, राम मंदिर ट्रस्ट ने कहा कि रविवार (21 जनवरी) को 114 कलशों के विभिन्न औषधीय जल से मूर्ति को स्नान कराया जाएगा। जिनमें से प्रत्येक में विशेष औषधीय तरल पदार्थ होंगे, देवताओं को एक प्रतीकात्मक शुद्धिकरण प्रक्रिया में शुद्ध किया जाएगा। शाम को पवित्र अग्नि को ‘व्याहति होम’ अनुष्ठान अर्पित किया जाएगा, जिसके बाद नियमित पूजा और आरती के साथ रात्रि जागरण होगा।
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रामलला की मूर्ति का स्नान आज
रविवार को अयोध्या में प्रतिष्ठा अनुष्ठान के छठे दिन रामलला की मूर्ति को दिव्य स्नान कराया जाएगा और उन्हें 114 कलशों से स्नान कराया जाएगा। इस दौरान शय्याधिवास का अनुष्ठान भी होगा। आपको बता दें कि शनिवार को मूर्ति विराजमान करने के साथ ही वास्तु पूजा भी की गई।
शनिवार को क्या हुआ?
ट्रस्ट ने कहा, प्राण प्रतिष्ठा के 5वें दिन 20 जनवरी 2024 को दैनिक प्रार्थना, हवन आदि हुए। चीनी और फलों से अनुष्ठान भी हुआ। साथ ही मंदिर के प्रांगण में 81 कलश स्थापित कर पूजा की गयी। शाम की पूजा और आरती भी आयोजित की गई। इस दौरान पूरा राम मंदिर परिसर जय श्री राम के जयकारों से गूंज उठा।
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