सर्वोच्च न्यायालय ने पूर्व मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए उन्हें उच्च न्यायालय में याचिका दायर करने को कहा है। सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री द्वारा 100 करोड़ की हफ्ता वसूली के दिए गए टारगेट की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने खुद को मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से महाराष्ट्र होमगार्ड के पुलिस महानिदेशक के पद पर नियुक्त किए जाने के आदेश को भी चुनौती दी है।
सर्वोच्च न्यायालय के जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टीस सुभाष रेड्डी की पीठ ने इस मामले को लेकर परनबीर सिंह को मुबंई उच्च न्यायालय में जाने की सलाह दी है। हालांकि सर्वोच्च न्यायालय ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगे आरोप को गंभीर मामला माना।
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सवोर्च न्यायालय ने कही ये बात
सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री के खिलाफ मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर द्वारा लगाए गए आरोप गंभीर हैं। न्यायालय ने परमबीर सिंह की ओर से पेश हुए वकील मुकुल रोहतगी से पूछा कि वह सीबीआई जांच के लिए मुंबई हाईकोर्ट में क्यों नही गए। इसके साथ ही न्यायालय ने परमबीर सिंह से पूछा कि उन्होंने अपनी याचिका में महाराष्ट्र के गृह मंत्री को पक्षकार क्यों नही बनाया।
नये पद पर नियुक्ति को भी दी है चुनौती
1988 बैच के आइपीएस अधिकारी परमबीर सिंह ने मुंबई पुलिस आयुक्त पद से अपने तबादले को भी मनमाना और गैरकानूनी बताते हुए रद्द करने की मांग की है। अंतरिम राहत के तौर पर उन्होंने अपने स्थानातंरण पर अगले आदेश तक रोक लगाने पर रोक लगाने की मांग की है।
परमबीर सिंह के लेटर बम के बाद हड़कंप
बता दें कि पहले से ही सचिन वाझे को लेकर महाराष्ट्र के पुलिस बल के साथ ही यहां की राजनीति में भी हड़कंप मचा हुआ था। उसके बाद परमबीर सिंह के लेटर बम के बाद विपक्ष का आक्रमण और तेज हो गया है। वह गृह मंत्री अनिल देशमुख को पद से हटाए जाने की मांग कर रहा है। परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में आरोप लगया है कि गृह मंत्री अनिल देशमख ने पुलिस को हर महीने 100 करोड़ रुपए हफ्ता वसूली का टारगेट दिया था।
फेरबदल से पुलिस बल में नाराजगी
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने परमबीर सिंह की जगह 1987 बैच के आईपीएस हेमंत नगराले को मुंबई पुलिस कमिश्नर के पद पर नियुक्त किया है, जबकि परमबीर सिंह को होगार्ड के डीजी के पद पर नियुक्त किया गया है। इस पद पर पहले 1986 बैच के आईपीएस संजय पांडे काम कर रहे थे। पांडे को फिलहाल सुरक्षा विभाग का डीजी बनाया गया है। अपने नये पद से नााज संजय पांडे के लंबी छुट्टी पर जाने की बात कही जा रही है। हालांकि उन्होंने खुद इस बात से इनकार किया है। उन्होंने कहा है कि उनकी काफी छुट्टियां पेंडिंग थीं, इसलिए वे लंबी छुट्टी पर हैं।
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