Nepal में चालबाज चीन का बढ़ रहा है आर्थिक हस्तक्षेप, वीरगंज में लोगों ने ऐसे किया विरोध

राष्ट्रीय विद्यार्थी परिषद के संयोजक विवेक कुशवाहा ने बताया कि चीन के आर्थिक सहयोग कार्यक्रम बीआरआई परियोजना से देश ऋणजाल में फंसता जा रहा है

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Nepal में चीन के बढते दबदबे(China’s increasing influence) के विरूद्ध प्रमुख नेपाली शहर वीरगंज में राष्ट्रीय एकता अभियान नें प्रदर्शन(Demonstration of National Unity Campaign in Nepali city Virganj) किया।प्रदर्शनकारियो ने नेपाल में चीन के निवेश और कर्ज जाल के विरोध में जुलूस निकाल(Protestors took out a procession against China’s investment and debt trap in Nepal) कर जमकर नारेबाजी किया।

ऋणजाल में फंसता जा रहा है नेपाल
प्रदर्शनकारियो का नेतृत्व कर रहे राष्ट्रीय विद्यार्थी परिषद(National Student Council) के संयोजक विवेक कुशवाहा ने बताया कि चीन के आर्थिक सहयोग कार्यक्रम बीआरआई परियोजना से देश ऋणजाल में फंसता जा रहा है और देश पर आर्थिक संकट में गहरा होता जा रहा है। जो नेपाल जैसे संप्रभु राष्ट्र के लिए अच्छा नही है। चीन ने पहले पोखरा बिमानस्थल को ऋणजाल में फंसाया और इसकी साजिश तराई क्षेत्र में बढ रही है।जिससे नेपाल राष्ट्रीय स्वाधीनता खतरे पड़ता दिख रहा है।हाल में ही नेपाल की अस्मिता की अनदेखी कर नेपाली सरकार ने चीन से बीआरआई समझौता किया है,जो एक खतरनाक संकेत है।चीन की विस्तारवादी कुदृष्टि नेपाल पर गहरी हो चुकी है।इन नीतियो के विरूद्ध प्रदर्शन आयोजित कर नेपाली जनमानस को सचेत किया जा रहा है।

वीरगंज माइस्थान मन्दिर से शुरू हुआ प्रदर्शन
प्रदर्शन वीरगंज माइस्थान मन्दिर से शुरू हुई और नगर परिक्रमा के बाद घंटाघर पहुंच कर सभा में बदल गई, जहां वक्ताओं ने चीन और नेपाली शासकों को निशाने पर लेते हुए कहा कि इसमे कोई दो राय नही कि नेपाल में चीन की सक्रियता अप्रत्याशित रूप से बढी है।आर्थिक सहयोग के नाम पर चीन नेपाल की स्वाधीनता को निगलना चाह रही है। जिसका प्रतिकार करना हर नेपाली नागरिक का कर्तव्य है।सभा को संबोधित करने वालो में अभियान के केन्द्रीय संयोजक विनय यादव सहित अन्य थे।

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