राज्य में कोरोना का आंकड़ा एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार सायंकाल को मुंबई में पांच हजार से अधिक संक्रमित मिले हैं। प्रदेश के सबसे सुरक्षित स्थान माने जानेवाले शिवसेना पक्षप्रमुख और मुख्यमंत्री के घर में भी कोरोना की सेंधमारी हो गई है। ऐसे में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को लेकर प्रश्न भी उठने लगे हैं कि आखिर क्यों कोरोना बेकाबू हो रहा है।
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डोंबीवली के रहनेवाले सत्यम (परिवर्तित) का परिवार परेशान है। उनकी कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनकी पॉजिटिविटी रिपोर्ट 16 है। उन्हें कोई शिकायत नहीं है। लेकिन मन में डर है कि कब क्या हो जाए पता नहीं है। वे कल्याण डोंबीवली मनपा प्रशासन को फोन करके सूचित कर चुके हैं कि वे कोविड पॉजिटिव हैं। लेकिन प्रशासन से कोई सहायता नहीं मिली। बड़े मुश्किल से तीस घंटे बाद उनका घर सैनिटाइज किया गया। जबकि दवाई को लेकर कोई सहायता नहीं की गई है। कोविड सेंटर को बात करने की फुर्सत नहीं है। अधिकारी सेंटर में आने पर ही इलाज की बात करते हैं। यानि मेरा परिवार मेरी जिम्मेदारी का ही है अब भरोसा है। जबकि कोविड के शुरूआती काल में कोविड पॉजिटिव रिपोर्ट आते ही एंबुलेंस लेकर अस्पताल ले जानेवाला प्रशासन अब मौन है। दूसरी ओर कोविड सेंटर वैसे ही खुले हुए हैं। लेकिन वहां पहुंचाने वाला गायब है। लिहाजा संक्रमित जब अपने साधन से कोविड सेंटर पहुंचता है तो अपने साथ या संपर्क में आए लोगों को भी संक्रमित करते हुए पहुंचता है।
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कोविड का ग्राफ महाराष्ट्र में हाफ
- देश में जिन दस जिलों में कोविड संक्रमण बढ़ा है उनमें से नौ जिले महाराष्ट्र में हैं।
- देश में 40 हजार संक्रमितों में 31,855 मरीज महाराष्ट्र से
- मुंबई में भी नए कोविड संक्रमितों की संख्या 5,185 रही
- राज्य में नागपुर, नांदेड, परभणी में रात्रि कालीन लॉकडाउन है
- कोविड के देश में कुल मरीजों की संख्या में से हाफ से अधिक महाराष्ट्र से हैं।
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