Reservation: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने कहा कि कांग्रेस के डीएनए में आरक्षण का विरोध(Opposition to reservation is in the DNA of Congress) रहा है। स्वतंत्रता के बाद अगर बाबा साहब आंबेडकर(Baba Saheb Ambedkar) न होते तो शायद आरक्षण की व्यवस्था(reservation system) ही नहीं होती।
नेहरू ने किया था आरक्षण का विरोध
प्रधानमंत्री मोदी ने 7 फरवरी को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब(Reply to the President’s address in the Rajya Sabha) देते हुए कहा कि देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने प्रधानमंत्री रहते हुए राज्यों के मुख्यमंत्रियों को एक पत्र लिखा था। उस पत्र में उन्होंने आरक्षण का विरोध किया था।
कामकाज का स्तर गिरने का दिया था तर्क
प्रधानमंत्री ने कहा कि पंडित नेहरू ने उस पत्र में लिखा था कि अगर एससी-एसटीस,ओबीसी को नौकरी में आरक्षण मिला तो सरकारी कामकाज का स्तर गिर जाएगा। वह नहीं चाहते हैं कि नौकरी में आरक्षण की व्यवस्था हो। इससे साफ होता है कि कांग्रेस शुरु से आरक्षण विरोधी रही है। आज जो ये आंकड़े गिनाते हैं, उसका मूल यहीं है। अगर उस समय सरकार में भर्ती हुई होती, तो वो प्रमोशन के बाद आगे बढ़ते और आज यहां पहुंचते।