JNU Students Union Elections: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) (जेएनयू) परिसर में छात्र संघ चुनाव (Students Union Elections) कराने पर एक बैठक के दौरान एबीवीपी (ABVP) और वाम समर्थित समूहों के बीच 9 फरवरी (शुक्रवार) देर रात झड़प हो गई। जिसमें दोनों पक्षों ने दावा किया कि उनके कुछ सदस्य घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस मामले में जेएनयू प्रशासन की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
जानकारी के मुताबिक, जेएनयूएसयू चुनावों के लिए चुनाव आयोग के सदस्यों का चुनाव करने के लिए परिसर में साबरमती ढाबा पर विश्वविद्यालय की आम सभा की बैठक (यूजीबीएम) (UGBM) के दौरान छात्र समूह आपस में भिड़ गए। एबीवीपी ने आरोप लगाया है कि उनके सदस्यों पर हमला किया गया और उन्हें चोटें आई हैं। वहीं, डीएसएफ ने एबीवीपी के सदस्यों पर चुनाव प्रक्रिया बांधित करने का आरोप लगाया है।
Red terror unfolds in JNU as ABVP Student Activists face intimidation and violence during the University General Body Meeting.
Many @abvpjnu Activists, including a Divyang and a girl student, were brutally attacked during the UGBM called by the self-made leftist JNUSU, and many… pic.twitter.com/l66JINxhnh
— ABVP (@ABVPVoice) February 10, 2024
स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की माँग
इस मामले में सोशल मीडिया पर वीडियो भी सामने आए हैं। जिसमें छात्रों को नारेबाजी के बीच बहस करते देखा जा सकता है और विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। एबीवीपी के इकाई अध्यक्ष उमेश चंद्र अजमीरा (Umesh Chandra Ajmira) ने कहा, “ ये यूजीबीएम एबीवीपी के दबाव के कारण संभव हो सका है। अभाविप ने मेस अभियान चलाया, हॉस्टल के प्रत्येक कमरे में जाकर छात्रों से बात-चीत की, मेस में जाकर छात्रों से उनकी समस्याएँ, एवं सुझाव समझने की कोशिश की। ये जीबीएम जेएनयू के छात्रों की जीत है, जबकी वामपन्थी और उनके पिछलग्गू छुटभाइए स्वघोषित नेता नहीं चाहते थे की निष्पक्षता और छात्रों के मुद्दे पर बातचीत हो। ये यूजीबीएम वामपन्थ के खिलाफ एबीवीपी और सामान्य छात्रों की जीत है। एबीवीपी हमेशा से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की माँग करती रही है, जिसमें जेएनयू के छात्रों का समान प्रतिनिधित्व हो।”
Maratha Reservation: जालना में मनोज जारांगे का आमरण अनशन शुरू
छात्रों के सुरक्षा की मांग
वहीं इकाई मंत्री विकास पटेल ने कहा, “वामपंथी संगठन सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने में लगे हुए है। विद्यार्थी परिषद शांतिपूर्ण, निष्पक्ष, एवं जेएनयू के सभी छात्रों का समान प्रतिनिधित्व प्राप्त हो ऐसे तरीके से यूजीबीएम संपन्न कराने की मांग कर रही थी, जिसे वामपंथी संगठनो ने उग्र होकर नकारा तथा धार-दार हथियार और डफली से विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सहित कई दिव्यांग छात्रों पर हमला कर दिया जिससे उन्हें गंभीर चोटें आई हैं। अंततः एबीवीपी ने लोकतान्त्रिक तरीके से यूजीबीएम करवाया, और 4 प्रस्ताव पारित किए। एबीवीपी आगे ये सुनिश्चित करेगी की जेएनयू छात्र संघ चुनाव के लिए स्कूल यूजीएम हों। इसके साथ ही विद्यार्थी परिषद इस घटना की कड़ी निन्दा करती है एवं एबीवीपी विश्वविद्यालय के समस्त छात्रों के सुरक्षा की मांग करती है।”