Tamil Nadu: सदन (Assembly) में राष्ट्र्रगान (National Anthem) के अपमान से नाखुश राज्यपाल (Governor) आरएन रवि (RN Ravi) ने 12 फरवरी (सोमवार) को तमिलनाडु विधानसभा सत्र (Tamil Nadu Assembly Session) से वाक आउट कर दिया। 12 फरवरी (सोमवार) को रवि सुबह 9.59 बजे असेंबली हॉल में पहुंचे और ‘तमिल थाई वज़्थु’ (tamil thai vazthu) (तमिल गान) बजने के तुरंत बाद 10 बजे अपना संबोधन शुरू किया। इसके पहले संबाेधन करते हुए राज्यपाल रवि ने कहा कि तमिलनाडु विधानसभा सत्र में मेरे संबोधन की शुरुआत और अंत में राष्ट्रगान के प्रति उचित सम्मान दिखाने और इसकी धुन बजाने के मेरे बार-बार अनुरोध और सलाह को नजरअंदाज कर दिया गया।
राज्यपाल आरएन रवि ने सरकार द्वारा तैयार अभिभाषण को सदन में पढ़ने से इनकार कर दिया। उपराज्यपाल ने कहा कि वे इस अभिभाषण से असहमत हैं और नैतिकता के आधार पर इसे पढ़ना संवैधानिक उपहास होगा। इसके साथ ही उपराज्यपाल सदन में अपना संबोधन समाप्त कर दिया।
#WATCH | Tamil Nadu Governor RN Ravi, who refused to read the address given by the government to him at the Legislative Assembly, leaves from the Assembly https://t.co/9IvBmDvMp6 pic.twitter.com/gYv8RjNmq7
— ANI (@ANI) February 12, 2024
एक सार्थक और स्वस्थ चर्चा हो
अंत में उपराज्यपाल ने कहा, “इस संबोधन में कई अंश हैं, जिनके साथ मैं आश्वस्त हूं। तथ्यात्मक और नैतिक आधार पर असहमत हूं। मेरा उन्हें अपनी आवाज देना एक संवैधानिक उपहास होगा। इसलिए सदन के संबंध में मैं अपना संबोधन समाप्त करता हूं। कामना करता हूं कि इस सदन में लोगों की भलाई के लिए एक सार्थक और स्वस्थ चर्चा हो…।”
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मामला सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंचा
इससे पहले, राज्यपाल और राज्य सरकार के बीच खींचतान चल रही थी, राज्यपाल ने उन पर भाजपा प्रवक्ता की तरह काम करने और विधेयकों और नियुक्तियों को मंजूरी नहीं देने का आरोप लगाया था। राज्यपाल ने तब कहा था कि संविधान उन्हें अनिश्चित काल तक विधेयकों को रोकने का अधिकार देता है। मामला सर्वोच्च न्यायालय तक पहुंच गया था, जिसने फैसला सुनाया कि राज्यपाल को मंत्रिपरिषद की सहायता और सलाह पर कार्य करना चाहिए। इसके बाद राज्यपाल ने कुछ विधेयकों को मंजूरी दे दी थी।