बहुमत परीक्षण (Majority Test) में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की अगुवाई वाली जनता दल (यूनाइटेड) और एनडीए (NDA) को स्पष्ट बहुमत (Majority) मिल गया है। बहुमत साबित करने के लिए 122 विधायकों (MLAs) की जरूरत थी। नीतीश कुमार को 129 विधायकों का समर्थन मिल गया है। इससे बिहार में नीतीश कुमार की सरकार पर मुहर लग गई है।
भाजपा (BJP) के तीन विधायक भागीरथी देवी, रश्मी वर्मा और मिश्री लाल विधानसभा में शामिल नहीं हुए। तो तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं। विधानसभा अध्यक्ष को हटाने का प्रस्ताव रखा गया। इसके बाद अध्यक्ष को पद से हटा दिया गया। नीतीश कुमार ने पहले दावा किया था कि सभी विधायक एकजुट हैं। विधायकों को एकजुट रखने की पूरी कोशिश की गई।
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Bihar CM Nitish Kumar's government wins Floor test after 129 MLAs support him. pic.twitter.com/0pclQRL2Vz
— ANI (@ANI) February 12, 2024
विपक्ष ने वॉकआउट किया
बिहार विधानसभा में विपक्षी दलों ने विश्वास मत से पहले ही वॉकआउट कर दिया है।
राजद के तीन विधायकों ने पाला बदल लिया
लालू प्रसाद यादव की पार्टी राजद के अवध बिहारी चौधरी को बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। उन्हें हटाने के पक्ष में 125 वोट पड़े जबकि विरोध में 112 वोट पड़े। इसके बाद बहुमत परीक्षण शुरू हुआ। इस बीच राजद के तीन विधायकों ने दलबदल कर लिया है। उन्होंने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले एनडीए समूह की जगह ली है। तो ये महागठबंधन के लिए बड़ा झटका है। यानी नीतीश कुमार के पास स्पष्ट बहुमत था।
हम अब अपनी पुरानी जगह पर लौट आये हैं: नीतीश कुमार
नीतीश कुमार ने कहा कि हम अब पुरानी जगह पर आ गये हैं। अब हम कहीं नहीं जायेंगे। हम किसी को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे। हम सबके हित में काम करेंगे। आप जिस समुदाय के लिए बोल रहे हैं हम उसके लिए भी काम करेंगे।
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