West Bengal: पश्चिम बंगाल (West Bengal) के राज्यपाल डॉ. सीवी आनंद बोस (Dr. CV Anand Bose) ने संदेशखाली (Sandeshkhali) पर एक रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंप दी है। रिपोर्ट में पुलिस पर उपद्रवी तत्वों से मिले होने का आरोप लगाया गया है। नई दिल्ली में राज्यपाल ने केंद्रीय गृहमंत्री (Union Home Minister) अमित शाह (Amit Shah) से भी मुलाकात की। राजभवन के एक अधिकारी ने 15 फरवरी (गुरुवार) को यह जानकारी दी है।
संदेशखाली में महिलाएं सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress) नेता शाहजहां शेख (Shahjahan Sheikh) और उनके समर्थकों के कथित अत्याचारों के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं। बोस ने रिपोर्ट में कहा है, ‘संदेशखाली के लोग विशेष कार्य बल या विशेष जांच दल के गठन की मांग कर रहे हैं। मेरी राय में वहां स्थिति बेहद निंदनीय है।’ राज्यपाल ने रिपोर्ट में कहा है कि पुलिस शिकायत दर्ज करने के बजाय स्थानीय लोगों को उपद्रवी तत्वों के साथ समझौता करने की सलाह दे रही है।
Chitrakoot: बुन्देलखण्ड गौरव महोत्सव में हुआ हादसा, चार की मौत
राज्य में महिला उत्पीड़न एवं गुंडागर्दी की घटनाएं निरंतर
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने पश्चिम बंगाल के उत्तर परगना जिले के संदेशखाली में महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न एवं हिंसा की घटना की जांच के लिए टीम का गठन किया है। उन्होंने संदेशखाली के वारदात को हृदय विदारक बताते हुए कहा है कि राज्य में महिला उत्पीड़न एवं गुंडागर्दी की घटनाएं निरंतर हो रही हैं और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है, पूरे प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। बंगाल भाजपा की ओर से गुरुवार को जारी बयान में बताया गया है कि नड्डा ने संदेशखाली की घटना को गंभीरता से लेते हुए केंद्रीय मंत्रियों एवं सांसदों की छह सदस्यीय उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है, जो घटनास्थल पर जाकर तथ्यों की जानकारी एकत्रित कर अपनी रिपोर्ट शीघ्र ही उन्हें सौंपेगी।
तृणमूल पार्टी के पक्ष में हुई धांधली
ममता बनर्जी के लिए, संदेशखाली की रोती-बिलखती महिलाएं महज अतिरिक्त क्षति हैं। वह शाहजहां शेख जैसे अपराधियों को असीमित शक्ति देकर सत्ता पर बने रहने के लिए एक ऐसी हर कीमत चुकाने को तैयार है, जो यह सुनिश्चित करेगा कि चुनावों में तृणमूल पार्टी के पक्ष में धांधली हो। बदले में महिला अधिकारों का उल्लंघन ममता बनर्जी के लिए सिर्फ एक ”सामान्य बात” है। ममता बनर्जी ने ही पश्चिम बंगाल की गृह मंत्री होने के नाते पुलिस को ऐसी शिकायतें दर्ज न करने का निर्देश दिया है और इसके बजाय यौन शोषण के पीड़ितों को तृणमूल नेताओं के साथ मिलकर मुद्दों को सुलझाने की सलाह दी है।