मणिपुर (Manipur) के चुराचांदपुर (Churachandpur) में पुलिस अधीक्षक कार्यालय (Superintendent of Police Office) के सामने हिंसक भीड़ (Violent Mob) के साथ हुई झड़प में तीन प्रदर्शनकारियों (Protesters) की जान चली गई और 35 से अधिक अन्य लोग घायल (Injured) हो गए। सशस्त्र उग्रवादियों के साथ मिलकर निर्दोष नागरिकों पर गोलीबारी (Firing) करने में कथित रूप से शामिल एक पुलिस हेड कांस्टेबल (Police Head Constable) के निलंबन (Suspension) के बाद शुरू हुआ यह विरोध प्रदर्शन हिंसा में बदल गया।
इस दौरान हिंसा पर आमादा भीड़ ने चुराचांदपुर में उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया। साथ ही दोनों दफ्तरों पर लगे राष्ट्रीय ध्वज फाड़ दिए। उल्लेखनीय है कि चुराचांदपुर में लगभग 400 लोगों ने गुरुवार रात पुलिस अधीक्षक कार्यालय को निशाना बनाया।
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एसपी कार्यालय पर हमला
मणिपुर पुलिस ने शुक्रवार (16 फरवरी) सुबह बताया कि एक वीडियो में कथित तौर पर हथियारबंद लोगों के साथ दिख रहे जिला पुलिस के एक हेड कांस्टेबल के निलंबन के कुछ घंटे बाद हिंसा भड़की। भीड़ ने सबसे पहले चुराचांदपुर एसपी कार्यालय पर हमला किया।
आंसू गैस के गोले दागकर उचित जवाब
मणिपुर पुलिस ने एक्स हैंडल पर कहा, “लगभग 300-400 की संख्या में भीड़ ने एसपी चुराचांदपुर के कार्यालय पर धावा बोलने का प्रयास किया और पथराव किया। आरएएफ सहित सुरक्षा बल नियंत्रण के लिए आंसू गैस के गोले दागकर उचित जवाब दिया। इसके बाद स्थिति नियंत्रित हुई।” चुराचांदपुर के एसपी शिवानंद सुर्वे द्वारा हेड कांस्टेबल सियामलाल पॉल को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक निलंबित कर दिया।
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