Haldwani Violence: चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि हलद्वानी में हिंसा (Haldwani Violence) भड़काने में पाकिस्तानी टूलकिट (Pakistani toolkit) का हाथ था। भारतीय खुफिया और सुरक्षा एजेंसियों (security agencies) की जांच में इसके सबूत मिले हैं। हल्दवान में भड़की हिंसा कुछ सोशल मीडिया अकाउंट्स के भड़काऊ पोस्ट का नतीजा थी। जांच में पता चला कि सभी खाते पाकिस्तान (Pakistan) से संचालित हो रहे थे।
पाकिस्तानी टूलकिट
खुफिया विभाग ने गृह मंत्रालय (home Ministry) को रिपोर्ट सौंप दी है कि इस पूरी हिंसा में पाकिस्तान का हाथ है। जब हल्दवानी की एक अदालत ने बनभूलपुर में अवैध रूप से कब्जा किए गए मदरसे को ध्वस्त करने का आदेश दिया, तो पाकिस्तान ने वहां हल्दवानी हिंसा की साजिश रचने के लिए एक पाकिस्तानी टूलकिट तैयार किया। इसके लिए मोहम्मद अख्तर, आसिफ पॉलिटिक लेस, मोहम्मद आलम, अरकम, आलम शेख और आसिफ मंसूरी के नाम से 10 ट्विटर हैंडल सक्रिय किए गए थे।
पाकिस्तान से 9 हैशटैग तुरंत हुए एक्टिवेट
इन ट्विटर हैंडल पर लोगों को भड़काना शुरू कर दिया। हलद्वानी घटना के तुरंत बाद पाकिस्तान से 9 हैशटैग सक्रिय हो गए। हलद्वानी घटना के बाद खुफिया एजेंसियों को इस बात के सबूत मिले हैं कि पाकिस्तान के कराची, इस्लामाबाद, एबटाबाद और लाहौर से 9 हैशटैग तुरंत एक्टिवेट किए गए थे। इसमें हलद्वानी अग्निकांड, हलद्वानी संस्कार, हलद्वानी हिंसा का इस्तेमाल करते हुए भड़काऊ पोस्ट ट्वीट किए गए।