Haryana: हरियाणा विधानसभा (Haryana Assembly) में विपक्षी दल कांग्रेस (Congress) दूसरी बार सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव (No confidence motion) लाएगी। कांग्रेस ने अविश्वास प्रस्ताव को लेकर रणनीति को अंतिम रूप देने के लिए 19 फरवरी (सोमवार) को चंडीगढ़ (Chandigarh) में विधायक दल की बैठक बुलाई है। इस बैठक में विधानसभा में उठने वाले सभी मुद्दों पर चर्चा होगी।
किसान संगठनों का दिल्ली कूच
नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में शामिल होने के लिए सभी विधायकों को निमंत्रण भेजा गया है। इस सत्र की खास बात यह होगी कि कांग्रेस दूसरी बार सत्तारूढ़ भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रही है। सदन में विधायकों की संख्या बल के हिसाब से सरकार पर किसी तरह का खतरा नजर नहीं आ रहा है। हरियाणा विधानसभा में पंजाब के किसान संगठनों के दिल्ली कूच से पैदा हुए हालात को लेकर भी चर्चा संभव है।
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दो-दो सीटिंग तक चलेगी विधानसभा
लोकसभा चुनाव की वजह से विधानसभा का बजट सत्र इस बार काफी छोटा होगा, लेकिन हंगामेदार खूब रहने वाला है। एक दिन में दो-दो सीटिंग तक करने की विधानसभा सचिवालय की योजना है, जिस कारण राज्यपाल के अभिभाषण से लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा पेश किए जाने वाले बजट पर पूरे-पूरे दिन देर शाम तक चर्चा होने की संभावना है। कांग्रेस की ओर से विधानसभा स्पीकर को सौंपे गए अविश्वास प्रस्ताव पर कांग्रेस के 24 विधायकों के हस्ताक्षर हैं। सदन में अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 15 विधायकों का खड़े होकर इसका समर्थन करना जरूरी है। पूरे दिन की चर्चा के बाद कांग्रेस को अविश्वास प्रस्ताव के गिरने का सामना करना पड़ेगा।