Mahavista: महाराष्ट्र सरकार(Maharashtra Government) केंद्र सरकार के ‘सेंट्रल विस्टा’ की तर्ज पर ‘महाविस्टा’ परियोजना(‘MahaVista’ project on the lines of ‘Central Vista’ of the Central Government) लागू करने जा रही है। इसमें मंत्रालय(Ministry) और क्षेत्र की सरकारी इमारतों का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास(Redevelopment with state-of-the-art facilities) किया जाएगा।
अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास
उपमुख्यमंत्री और वित्त मंत्री अजीत पवार (पवार) ने मंगलवार 27 फरवरी को विधानसभा में वर्ष 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश किया। इस अवसर पर बोलते हुए, पवार ने घोषणा की कि मंत्रालय और सरकारी भवनों को आधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास करने के लिए अंतरराष्ट्रीय वास्तुकारों से प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे।
आईएएस, आईपीएस के लिए बंगले, भवन
यह पुनर्विकास परियोजना मंत्रालय क्षेत्र में लगभग 13-14 एकड़ भूमि पर स्थापित की जाएगी। “नए संसद भवन ‘सेंट्रल विस्टा’ का निर्माण केंद्र में सांसदों की बढ़ती संख्या को देखते हुए किया गया है। पहले के संसद भवन में बैठने की क्षमता 543 थी, अब बढ़कर लगभग 750-800 हो गई है। महाविस्टा परियोजना उसी तर्ज पर होगी। पवार ने जानकारी देते हुए आगे बताया कि इस प्रोजेक्ट में मंत्रालय, आईएएस, आईपीएस के सामने मंत्रालय और मंत्रियों के बंगले के लिए भवन बनने से पर्याप्त जगह उपलब्ध होगी।
अंतरराष्ट्रीय स्तर के आर्किटेक्ट
पहले इस प्रोजेक्ट के लिए आर्किटेक्ट से प्लान तैयार कराया गया था, लेकिन अगर अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रोजेक्ट बनाना है तो सोचा गया कि अंतरराष्ट्रीय मानक का आर्किटेक्ट भी नियुक्त किया जाए। पवार ने कहा, पिछले प्रस्ताव के मुताबिक अनुमानित लागत 7500 करोड़ रुपये है।
बजट पेश करने के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ”चूंकि 2026 में अगले विधानसभा क्षेत्रों का पुनर्गठन किया जाएगा, इसलिए विधानसभा और विधान परिषदों के सदस्यों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है। इसलिए विधान भवन भी इस परियोजना का हिस्सा होगा।”