चलिए जानते है इस दिन के बारे में…

1928 में भौतिक विज्ञानी  डॉ. सी वी रमन द्वारा रमन प्रभाव की खोज का सम्मान करने के लिए पूरे भारत में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है

डॉ. सी वी रमन

रमन प्रभाव अणुओं द्वारा प्रकाश का अप्रत्यास्थ प्रकीर्णन है, एक खोज जिसने रमन को 1930 में भौतिकी में नोबेल पुरस्कार दिलाया था, जिससे वह विज्ञान की किसी भी शाखा में प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त करने वाले पहले एशियाई बने।

क्या है रमन प्रभाव ?

इस साल का थीम  "विकसित भारत के लिए स्वदेशी तकनीक" है, जो भारत की वैज्ञानिक प्रगति में घरेलू नवाचारों के महत्व पर जोर देता है

आईएनएस शाल्की  (INS Shalki) देश में ही निर्मित पहली पनडुब्बी है INS शाल्की I INS शाल्की (S46) शिशुमार श्रेणी की (टाइप 1500) डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बी है

आइये देखते हैं भारत की कुछ स्वदेशी तकनीकें

यह बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के साथ सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII), जैव प्रौद्योगिकी विभाग (DBT) और जैव प्रौद्योगिकी उद्योग अनुसंधान सहायता परिषद (BIRAC) के बीच साझेदारी का परिणाम है।

सर्ववैक वैक्सीन (Cervavac Vaccine)

भारत की सुरक्षा को चाकचौबंद करने के लिए भारतीय नौसेना जल्द ही पहले स्वदेश निर्मित स्टारलाइनर ड्रोन ‘दृष्टि-10’ को अपने सुरक्षा बेड़े में शामिल करने जा रहा है। 

दृष्टि 10 स्टारलाइनर ड्रोन (Dristi 10 Starline Drone)

तमिल नाडु के कोचीन शिपयार्ड द्वारा निर्मित भारत का पहला स्वदेशी हाइड्रोजन ईंधन सेल कैटामरन नौका पोत है। बिना शोर या उत्सर्जन  किये यह देश का स्वदेशी नौका है साथ ही ऊर्जा भी कुशल देता है

हाइड्रोजन ईंधन सेल नौका (Hydrogen Fuel Cell Ferry)