अब नेता ‘लॉकडाउन’! फूट पड़े सत्ता पक्ष में ही अंतर्विरोध के सुर…

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए महाराष्ट्र कड़े प्रतिबंध और लॉकडाउन लगाने के पशोपेश में पड़ा हुआ है। दूसरी ओर देश में जिन दस जिलों में कोरोना संक्रमण सबसे अधिक बढ़ रहा है उसमें से आठ जिले महाराष्ट्र के हैं।

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महाविकास आघाड़ी की सरकार में मतांतरों का महाविकास भी तेजी से हो रहा है। राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए प्रतिबंध कड़ा किया जाए या लॉकडाउन लगाया जाए इसको लेकर भी जुगलबंदी शुरू है। मुख्यमंत्री ने प्रशासन को लॉकडाउन के लिए तैयार रहने का निर्देश दे दिया है। जिसके बाद सरकार के भीतर और विपक्ष में भी ‘लॉकडाउन’ (टीका-टिप्पणी) की परिस्थिति बन गई है।

मुख्यमंत्री ने 28 मार्च को निर्देश दिया था कि, निर्बंध (प्रतिबंध) का कड़ाई से पालन न होने के कारण लॉकडाउन की तैयारी करो। यह निर्देश मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना संक्रिमतों की संख्या में तेजी से हो वृद्धि को देखते हुए जारी किया था। लेकिन उनके इस निर्देश का प्रतिसाद उनके मंत्रीमंडल और विपक्ष में उल्टा देखने को मिला।

स्वास्थ्य मंत्री की भी ‘ना’
पूर्व की तरह कड़ा लॉकडाउन करना अब संभव नहीं है। सरकार का प्रयत्न भीड़ को कम करने की ओर है। राज्य की आर्थिक स्थिति के साथ लोगों के स्वास्थ्य की भी चिंता राज्य सरकार को है इसलिए कड़े प्रतिबंध लागू करने का सरकार का लक्ष्य है।
राजेश टोपे
स्वास्थ्य मंत्री – महाराष्ट्र

बाबा को भी लॉकडाउन नापसंद है
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी लॉकडाउन का विरोध किया है। उन्होंने, सरकार से गरीबों के लिए आर्थिक सहायता की व्यवस्था करने के बाद ही लॉकडाउन की सलाह दी है।
पृथ्वीराज चव्हाण – पूर्व मुख्यमंत्री

विरोध में बोले नवाब
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि लॉकडाउन कोई पर्याय नहीं है। हमने मुख्यमंत्री से लॉकडाउन न करने का आग्रह किया है। इसकी ऐवज में हमने स्वास्थ्य सुविधाओं में बढ़ोतरी की मांग की है।
नवाब मलिक
मंत्री- महाराष्ट्र

…तो लगाएंगे लॉकडाउन : भुजबल 
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल ने अपने गृह क्षेत्र में व्यापारिक प्रतिष्ठानों का दौरा किया था। इसके बीच उन्होंने लोगों से मास्क पहनने की अपील की और चेताया भी कि यदि दिशा निर्देशों की पालन ठीक से नहीं किया गया तो लॉकडाउन करने के सिवाय कोई दूसरा पर्याय नहीं होगा।

विपक्ष ने भी लिया निशाने पर

भारतीय जनता पार्टी ने सरकार के लॉकडाउन के निर्णय पर प्रश्न खड़ा किया है। भाजपा ने सोशल मीडिया पर प्रसारित संदेश में लिखा है कि राज्य में दूध के व्यवसाय पर प्रतिबंध लगा दिया गया है जबकि शराब का व्यवसाय शुरू है।
भारतीय जनता पार्टी

मनसे लॉकडाउन का विरोध
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के नेता बाला नांदगांवकर ने भी शीर्षक दिया है कि, लॉकडाउन से डर नहीं लगता, गरीबी से लगता है। नांदगांवकर ने अपने ट्वीट में लॉकडाउन लगाने के पहले लोगों को बीस हजार रुपए देने की मांग की है।

 

 

 

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