Maharashtra: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi) ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (B J P) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के आगामी लोकसभा चुनाव(Lok Sabha Elections) में रिकॉर्ड सीटों के साथ जीत का दावा करते हुए कहा कि हम इस बार 400 सीटें पार करेंगे। उन्होंने कहा कि अगले पांच साल और भी तेजी से विकास( faster growth in the next five years) के होंगे।
प्रधानमंत्री ने 28 फरवरी को महाराष्ट्र के यवतमाल में 4900 करोड़ रुपये से अधिक की रेल, सड़क और सिंचाई से संबंधित कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण किया। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान पीएम किसान और अन्य योजनाओं के तहत लाभ भी जारी किए। प्रधानमंत्री ने पूरे महाराष्ट्र में 1 करोड़ आयुष्मान कार्डों के वितरण की भी शुरुआत की और ओबीसी श्रेणी के लाभार्थियों के लिए मोदी आवास घरकुल योजना शुरू की। उन्होंने दो ट्रेन सेवाओं को भी हरी झंडी दिखाई। प्रधानमंत्री ने यवतमाल शहर में पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का भी उद्घाटन किया।
यवतमाल में अपने चाय पर चर्चा कार्यक्रम को किया याद
प्रधानमंत्री ने सभा को संबोधित करते हुए छत्रपति शिवाजी की भूमि को नमन किया और धरती पुत्र बाबा साहेब अंबेडकर को भी श्रद्धांजलि दी। उन्होंने 10 साल पहले महाराष्ट्र के यवतमाल में अपने चाय पर चर्चा कार्यक्रम को याद किया। उन्होंने कहा कि मैं 10 साल पहले जब ‘चाय पर चर्चा’ करने यवतमाल आया था, तो आपने बहुत आशीर्वाद दिया और देश की जनता ने एनडीए को 300 (सीटें) पार पहुंचा दिया। फिर मैं 2019 में फरवरी के महीने में ही यवतमाल आया था। तब भी आपने हम पर खूब प्रेम बरसाया। देश ने भी तब एनडीए को 350 (सीटें) पार करा दिया। आज जब 2024 (लोकसभा) के चुनाव से पहले मैं विकास के उत्सव में शामिल होने आया हूं, तब पूरे देश में एक ही आवाज गूंज रही है। अबकी बार 400 पार।
चार सबसे बड़ी प्राथमिकता गरीब, किसान, नौजवान और नारीशक्ति
उन्होंने कहा कि हम राष्ट्र के निर्माण और देशवासियों का जीवन बदलने के लिए एक मिशन लेकर निकले हुए लोग हैं। इसलिए बीते 10 वर्ष में जो कुछ किया, वो आने वाले 25 वर्ष की नींव है। मैंने भारत के कोने-कोने को विकसित बनाने का संकल्प लिया है। इस संकल्प की सिद्धि के लिए शरीर का कण-कण, जीवन का क्षण-क्षण समर्पित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत को विकसित बनाने के लिए चार सबसे बड़ी प्राथमिकता गरीब, किसान, नौजवान और नारीशक्ति हैं। ये चारों सशक्त हो गए, तो हर समाज, हर वर्ग, देश का हर परिवार सशक्त हो जाएगा।
विपक्ष पर साधा निशाना
विपक्ष पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आप याद कीजिए, ये जो इंडी गठबंधन है, इसकी जब केंद्र में सरकार थी, तब क्या स्थिति थी? तब तो कृषि मंत्री भी यहीं महाराष्ट्र से ही थे। उस समय दिल्ली से विदर्भ के किसानों के नाम पर पैकेज घोषित होता था और उसे बीच में ही लूट लिया जाता था। गांव, गरीब, किसान, आदिवासी को कुछ नहीं मिलता था। आज देखिए, मैंने एक बटन दबाया और देखते ही देखते, पीएम किसान सम्मान निधि के 21 हजार करोड़ रुपये देश के करोड़ों किसानों के खाते में पहुंच गए। यही तो मोदी की गारंटी है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस की सरकार थी, तब दिल्ली से 1 रुपया निकलता था, 15 पैसा पहुंचता था। अगर कांग्रेस की सरकार होती, तो आज जो आपको 21 हजार करोड़ रुपये मिले हैं, उसमें से 18 हजार करोड़ रुपये बीच में ही लूट लिये जाते। अब भाजपा सरकार में गरीब का पूरा पैसा, गरीब को मिल रहा है।
विकसित भारत के लिए गांव की अर्थव्यवस्था का सशक्त होना बहुत जरू
प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लिए गांव की अर्थव्यवस्था का सशक्त होना बहुत जरूरी है। इसलिए बीते 10 वर्षों में हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि गांव में रहने वाले हर परिवार की परेशानियों को दूर करें, उन्हें आर्थिक संबल दें। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से लेकर 2014 तक देश के गांव में 100 में से लगभग 15 परिवार ही ऐसे थे जिनके घर पाइप से पानी आता था। इनमें से अधिकतर गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासी ही थे। ये हमारी माताओं-बहनों के लिए बहुत बड़ा संकट था। इस स्थिति से माताओं-बहनों को बाहर निकालने के लिए ही लाल किले से मोदी ने हर घर जल की गारंटी दी थी। 4-5 साल के भीतर ही आज हर 100 में से 75 ग्रामीण परिवारों तक पाइप से पानी पहुंच चुका है।
जिसको किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी ने पूछा
उन्होंने कहा कि जिनको कभी किसी ने नहीं पूछा, उनको मोदी ने पूछा है, उनको पूजा है। विश्वकर्मा साथियों के लिए, बलुतेदार समुदायों के कारीगरों के लिए, कभी कोई बड़ी योजना नहीं बनी। मोदी ने पहली बार 13 हजार करोड़ रुपये की पीएम विश्वकर्मा योजना शुरू की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के समय में आदिवासी समाज को हमेशा सबसे पीछे रखा गया, उन्हें सुविधाएं नहीं दीं लेकिन मोदी ने जनजातीय समाज में भी सबसे पिछड़ी जनजातियों तक की चिंता की है। पहली बार उनके विकास के लिए 23 हजार करोड़ रुपये की पीएम-जनमन योजना शुरू हो चुकी है। ये योजना महाराष्ट्र के कातकरी, कोलाम और माडिया जैसे अनेक जनजातीय समुदायों को बेहतर जीवन देगी।
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