सुरक्षा (Security) पर कैबिनेट समिति (Cabinet Committee) ने पांचवीं पीढ़ी (Fifth Generation) के स्टील्थ एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (Stealth Advanced Medium Combat Aircraft) के डिजाइन और विकास की परियोजना को मंजूरी दे दी है। समिति ने 8,000 करोड़ रुपये की लागत से 34 ध्रुव हेलीकॉप्टरों (Dhruv Helicopters) की खरीद को भी मंजूरी दे दी है, जिनमें से 25 सेना को और नौ भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) को दिए जाएंगे।
लगभग 15,000 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस महत्वाकांक्षी परियोजना का नेतृत्व निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं के सहयोग से रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) की वैमानिकी विकास एजेंसी द्वारा किया जाएगा।
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Cabinet Committee on Security today cleared proposals to buy 34 new ALH Dhruv helicopters for the Indian Army and Indian Coast Guard. The Indian Army will get 25 of these choppers while the Indian Coast Guard will get nine of them. These choppers would be built indigenously by… pic.twitter.com/fmr0mJDO6u
— ANI (@ANI) March 7, 2024
भारतीय अर्थव्यवस्था और रोजगार परिदृश्य को काफी बढ़ावा मिलेगा
यह प्रयास स्वदेशी प्रौद्योगिकियों को बढ़ावा देने और देश के सैन्य उद्योग के बुनियादी ढांचे के विस्तार के लिए सरकार की अटूट प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। रक्षा मंत्रालय आशावादी है कि एएमसीए परियोजना न केवल लाखों रोजगार के अवसर पैदा करेगी बल्कि संभावित रूप से भारतीय वायु सेना (आईएएफ) से लाखों करोड़ रुपये के ऑर्डर भी आकर्षित करेगी, जिससे भारतीय अर्थव्यवस्था और रोजगार परिदृश्य को काफी बढ़ावा मिलेगा।
स्वदेशी लड़ाकू विमान परियोजनाओं को भारतीय वायु सेना से काफी समर्थन मिला है, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के नेतृत्व में। यह 200 से अधिक हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) की खरीद और एलसीए मार्क-II परियोजना के लिए इंजनों की मंजूरी से स्पष्ट है।
एएमसीए की मंजूरी एक बड़ा कदम
रक्षा मामलों से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार, एएमसीए प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने की मंजूरी बेहद अहम कदम है। बता दें कि भारतीय वायुसेना की क्षमता बढ़ाने के लिए आधुनिक स्टील्थ फीचर्स के साथ मध्यम वजन के लड़ाकू विमान एएमसीए विकसित करने की महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम किया जा रहा है।
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