Veer Savarkar: ब्रिटिश काल में स्वातंत्र्यवीर सावरकर और भागोजी शेठ कीर घनिष्ठ मित्र थे। भागोजीशेठ किर को दिवंगत हुए 80 वर्ष पूर्ण हुए। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में वीर सावरकर के साथ काम किया था। उनके कार्यों को दुनिया तक पहुंचाने के लिए स्वातंत्र्यवीर सावरकर के शताब्दी वर्ष पर 8 मार्च को स्वातंत्र्यवीर राष्ट्रीय स्मारक और ‘मैत्र जीवांचे'( जिगरी दोस्ती) कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अंतर्गत दोनों महापुरुषों- वीर सावरकर एवं महामानव भागोजी कीर की प्रतिमाओं का अनावरण किया गया।
यह कार्यक्रम स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक और अखिल भारतीय भंडारी समाज महासंघ के सहयोग से आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में देशभक्त नागरिक उपस्थित हुए। इस अवसर पर महाराष्ट्र के स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, प्रो. प्रदीप धवल, वीर सावरकर के पोते और स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष रणजीत सावरकर, अखिल भारतीय भंडारी समाज महासंघ के अध्यक्ष नवीनचंद्र बांदिवडेकर,स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक की कोषाध्यक्ष मंजिरी मराठे, महापुरुष भगोजीशेठ किर अंकुर किर के वंशज, श्री काडसिद्धेश्वर के शिष्य महाराज, आध्यात्मिक गुरु अविनाश महाराज मौजूद थे।
Maharashtra: शरद पवार के पोते रोहित पवार पर ईडी की बड़ी कार्रवाई, ‘इतने’ करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
वीर सावरकर के गीत ‘अनादी में, अनंत में…’ का वीडियो से कार्यक्रम का शुभारंभ
कार्यक्रम की शुरुआत में स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक की ओर से निर्मित वीर सावरकर के गीत ‘अनादी में, अनंत में…’ का वीडियो दिखाया गया। उसके बाद, भागोजीशेठ कीर के काम के बारे में एक वृत्तचित्र दिखाया गया। इस अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज, वीर सावरकर और भगोजीशेठ कीर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण कर गणमान्य लोगों ने उनका अभिवादन किया। इसके साथ ही गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में स्वातंत्र्यवीर सावरकर और भगोजीशेठ कीर की प्रतिमा का अनावरण किया गया। इस कार्यक्रम में भागोजीशेठ कीर पर श्रद्धाताई पाटील द्वारा लिखी गई पुस्तक का भी विमोचन किया गया।