Sand Mining Case: प्रवर्तन निदेशालय ने जब्त की सुभाष यादव की करोड़ों की संपत्ति, इन करीबियों पर भी हुई कार्रवाई

जांच एजेंसी ने कहा कि इस तलाशी अभियान के दौरान सुभाष यादव के एक कर्मचारी और करीबी सहयोगियों के परिसर से डिजिटल उपकरण को जब्त किया गया है।

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प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने पटना (Enforcement Directorate) में अवैध रेत खनन (Illegal Sand Mining) और रेत की बिक्री से संबंधित मामले में सुभाष यादव (Subhash Yadav) और उनके करीबी सहयोगियों (Close Associates) के यहां से लगभग 2.37 करोड़ रुपये बरामद किए हैं।

केंद्रीय जांच एजेंसी (Central Investigation Agency) ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा कि पटना में सुभाष यादव और उनके करीबी सहयोगियों से संबंधित छह ठिकानों पर तलाशी के दौरान लगभग 2.37 करोड़ रुपये की अस्पष्टीकृत नकदी बरामद की गई। ईडी ने यह कार्रवाई 9 मार्च को धन शोधन निवारण अधिनियम, (पीएमएलए) 2002 के प्रावधानों के तहत की थी।

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22 मार्च तक न्यायिक हिरासत में सुभाष यादव
जांच एजेंसी ने कहा कि इस तलाशी अभियान के दौरान सुभाष यादव के एक कर्मचारी और करीबी सहयोगियों के परिसर से डिजिटल उपकरण को जब्त किया गया है। इसके साथ ही सुभाष यादव को गिरफ्तार किया गया। एजेंसी ने बताया कि सुभाष यादव को 10 मार्च को यहां विशेष पीएमएलए कोर्ट, पटना के समक्ष पेश किया गया, जहां से उन्हें 22 मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

बिहार पुलिस में दर्ज 20 एफआईआर
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने ये कार्रवाई मेसर्स ब्रॉडसन्स कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड और उसके डायरेक्टर्स के खिलाफ पहले से बिहार पुलिस में दर्ज 20 एफआईआर के आधार पर की है। इस मामले में ईडी तीन बार अपना सर्च अभियान चला चुकी है। इसके अलावा मेसर्स बीएसपीएल के निदेशक और सिंडिकेट सदस्य राधा चरण साह, (एमएलसी, बिहार) और उनके बेटे कन्हैया कुमार समेत कुल पांच लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।

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