Eknath Shinde: राहुल गांधी ने किया हिंदू धर्म की साढ़े तीन शक्तिपीठों का अपमान, सीएम शिंदे का आरोप

एकनाथ शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे हमेशा अपने भाषण की शुरुआत 'मेरे सभी हिंदू भाइयों और बहनों' से करते हैं। लेकिन भारत जोड़ो न्याय यात्रा की बैठक में उद्धव ठाकरे ने हिंदू शब्द नहीं बोला।

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Eknath Shinde: राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा(Rahul Gandhi’s Bharat Jodo Nyay Yatra) की समापन सभा 17 मार्च को मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज मैदान(Chhatrapati Shivaji Maharaj Maidan) में हो गई। इस सभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मणिपुर से कन्याकुमारी(Manipur to Kanyakumari) से लेकर महाराष्ट्र-मुंबई के दादर(Dadar of Maharashtra-Mumbai) तक के अपने सफर को लेकर अपनी भावनाएं व्यक्त कीं। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde)ने इस सभा में राहुल गांधी पर हिंदू धर्म का अपमान करने का आरोप(Rahul Gandhi accused of insulting Hindu religion) लगाया है।

बैठक के दौरान अपने भाषण में राहुल गांधी ने कहा कि हम हिंदुस्तान की शक्ति को खत्म करना चाहते हैं। हिंदू धर्म में ‘शक्ति’ शब्द का प्रयोग साढ़े तीन शक्तिपीठों के लिए किया जाता है। इसलिए 18 मार्च को प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने हिंदू धर्म के साढ़े तीन शक्तिपीठों का अपमान किया है।

ऐसे लोगों के साथ बैठना दुर्भाग्यपूर्णः सीएम
बैठक के बारे में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि मुंबई में इंडी गठबंधन की जो बैठक हुई, वह एक तरह से पारिवारिक मिलन समारोह था। मुख्यमंत्री शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने हिंदू धर्म का अपमान किया और राहुल गांधी ने वीर सावरकर का अपमान किया, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस सभा में कुछ लोगों को ऐसे लोगों के साथ बैठना पड़ा।

उबाठा को पहले ही जनता कर चुकी है तड़ीपार
यह कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग कहते हैं ‘अबकी बार तड़ीपार’ उन्हें जनता पहले ही तड़ीपार कर चुकी है। बैठक में आए नेताओं को उनके राज्य की जनता ने सताया था और मुझे हिंदुओं का अपमान करने वाले स्टालिन के साथ बैठना पड़ रहा है। 17 मार्च को राहुल गांधी की सभा की तस्वीर एक कहावत जैसी थी, कहीं का ईंट, कहीं का रोड़ा, भानुमति ने कुणबा जोड़ा। सबके चेहरे पर निराशा थी। कुछ बिहार, उत्तर प्रदेश से, कुछ कश्मीर से आए थे, सभी थके हुए लोग थे।

उबाठा गुट को माफी मांगनी चाहिएः सीएम
सीएम शिंदे ने उद्धव ठाकरे पर हमला करते हुए कहा,”उबाठा ग्रुप के लोगों को बाला साहेब और स्वातंत्र्यवीर सावरकर के सामने झुकना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए। 17 मार्च को अगर उद्धव ठाकरे को बोलने के लिए 5 मिनट का समय दिया गया तो उनकी हैसियत का पता चल गया है। क्योंकि उनके पास कोई पार्टी नहीं है, कोई विधायक नहीं है, कोई सांसद नहीं है।”

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उद्धव ठाकरे की आलोचना
एकनाथ शिंदे ने कहा कि उद्धव ठाकरे हमेशा अपने भाषण की शुरुआत ‘मेरे सभी हिंदू भाइयों और बहनों’ से करते हैं। लेकिन भारत जोड़ो न्याय यात्रा की बैठक में उद्धव ठाकरे ने हिंदू शब्द नहीं बोला। इससे यह एहसास हुआ कि उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब ठाकरे के विचारों, उनकी नीति और विचारधारा को त्याग दिया है। इसलिए हमें उन्हें छोड़ने का फैसला करना पड़ा,”कल उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया, ‘अब की बार बीजेपी तड़ीपार।’ लेकिन उद्धव ठाकरे को शिवसैनिकों और महाराष्ट्र के लोगों ने पहले ही तड़ीपार कर दिया है।”

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