जानिये, बिहार में शराबबंदी का सच!

नवादा जहरीली शराब कांड में लगातार मौतें बढ़ रही हैं। 2 अप्रैल को इस कांड में दो और लोगों की मौत हो गई।

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बिहार में शराबबंदी लागू है। इसके बावजूद जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला जारी है। नवादा जहरीली शराब कांड में लगातार मौतें बढ़ रही हैं। 2 अप्रैल को इस कांड में दो और लोगों की मौत हो गई। इसी के साथ इस कांड में मरने वालों की संख्या 14 हो गई है, लेकिन आश्चर्य तो यह है कि प्रशासन इन लोगों की मौत का कारण कुछ और ही बता रहा है।

बता दें कि शराब पीने के बाद बीमार होने पर इन दोनों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। उपचार के दौरान इनकी मौत हो गई। इनके शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। अभी भी एक दर्जन लोगों का उपचार अलग-अलग अस्पतालों में किया जा रहा है।

30 लोग हो गए थे बीमार
बता दें कि चार दिन पहले नवादा में जहरीली शराब पीने के बाद अलग-अलग गांवों के करीब 30 लोगों की हालत बिगड़ने लगी थी इनमें से कई की मौत घर पर ही हो गई थी, जबकि अन्य लोगों को शहर के अलग-अलग अस्पतालों में उपचार के लिए भर्ती कराया गया था। 1अप्रैल तक इनमें से 12 लोगों ने दम तोड़ दिया था। 2 अप्रैल की सुबह दो और लोगों की जान चली गई।

दो लोगों की चली गई आंखों की रोशनी
इससे पहले 1 अप्रैल को भी तीन लोगों की जान चली गई थी। इनमें से दो की मौत नवादा के सदर अस्पताल में, जबकि एक की पटना के निजी अस्पताल में हो गई थी। मरनेवाले सभी लोग नवादा नगर थाना क्षेत्र के रहनेवाले थे। इस कांड के दो पीड़ितों की आंखों की रोशनी भी चली गई है।

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प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप
जानकारी मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। इस मामले में किरकिरी से बचने के लिए प्रशासन ने जहरीली शराब पीने से लोगों की हुई मौत मानने से इनकार किया है। डीएम यशपाल मीणा ने बताया कि जांच में सामने आया है कि तीन लोगों की मौत डायरिया से हुई है,जबकि कुछ अन्य लोगों की मौत गंभीर बीमारी से हुई है। प्राथमिक जांच में शराब से मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है।

शराब माफिया और पुलिस का डर
दूसरी ओर शराब माफिया के भय से पीड़ितों के परिजन खुलकर बोलने से बच रहे हैं और वे उनकी मौत अन्य कारणों से बता रहे हैं। दूसरी ओर कई पीड़ितों के परिवार पुलिस और प्रशासन के डर से घर छोड़कर फरार हो गए हैं। इसके साथ ही कई परिजनो ने पुलिस से बचने के लिए मृतकों के शवों का पहले ही अंतिम संस्कार कर दिया था। इस कांड में मृतक दिनेश सिंह की पत्नी प्रियंका देवी ने बताया कि उनके पति बीमार नहीं थे। वे बाहर से पॉलीथीन वाली शराब पीकर आए थे। बाद में घर में उनकी मौत हो गई।

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