Tihar Jail से चोरी छिपे फोन के जरिए गैंग चलाने वाले बदमाशों(Miscreants running gang through surreptitious phone calls) पर जल्द ही नकेल कसने वाली है। जेल के अंदर मोबाइल फोन का इस्तेमाल रोकने(Ban on use of mobile phones inside jail) के लिए छह नए स्थानों पर 15 जैमर लगाने की प्रक्रिया शुरूघ(Process to install 15 jammers started at six new locations) कर दी गई है।
11.5 करोड़ की लागत की परियोजना
जेल सूत्रों ने बताया कि 11.5 करोड़ की लागत वाली इस परियोजना (This project costing Rs 11.5 crore) के जरिए जेल में 2जी, 3जी और 4जी नेटवर्क वाले सभी प्रकार के फोन के सिग्नल जाम करने में मदद(Help in jamming signals of all types of phones with 2G, 3G and 4G networks in jail) मिलेगी। अधिकारी ने बताया कि 15 जैमर वर्तमान में लगे तीन जैमर से अतिरिक्त हैं। जैमर लगने के बाद जेल से मोबाइल फोन पर बात करना काफी मुश्किल होगा। उन्होंने बताया कि जैमर लगने के बाद कैदी मोबाइल रखने के बावजूद उसका इस्तेमाल नहीं कर पाऐंगे। दो माह पहले टॉवर लगाने का काम शुरू किया गया है और इस महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा। अधिकारी ने बताया कि हाई सिक्योरिटी वाले जेल में जैमर लगाए गए हैं।
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कैदियों के पास मिलते रहे हैं मोबाइल
तिहाड़ जेल में अकसर छापेमारी के दौरान कैदियों के पास से मोबाइल फोन जब्त किए जाते थे। गैंग के बदमाश मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर बाहर मौजूद अपने गैंग के सदस्यों के संपर्क करते थे और उनसे वारदात को अंजाम दिलाते थे। कैदियों के पास से छोटे से लेकर 4जी वाले फोन भी बरामद हुए। सुकेश चंद्रशेखर के पास से भी फोन मिले हैं।