प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा पर वैश्विक नेताओं की प्रतिक्रियाएं मिल रही हैं। अमेरिकी हिंदू नेता तुलसी गबार्ड ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर किये जा रहे अत्याचार और पाकिस्तानी सेना द्वारा किये गए उत्पीड़न को याद किया। उन्होंने पाकिस्तानी सेना द्वारा हिंदुओं के नरसंहार का मुद्दा भी उठाया। इन घटनाओं का उल्लेख करते हुए तुलसी ने अमेरिकी कांग्रेस में एक प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया।
तुलसी गबार्ड ने कहा, कांग्रेस की सदस्य होने के नाते, मैं प्रस्ताव पेश करती हूं जिससे, हिंदुओं और धार्मिक अल्पसंख्यकों को बांग्लादेश में सुरक्षा मिले। जिन्हें अब तक निशाने पर रखा गया और सताया गया। इस प्रताड़ना की पराकाष्ठा की शुरुआत 50 वर्ष पहले हुई थी, जब पाकिस्तानी सेना ने सुनियोजित रूप से लाखों बंगाली हिंदुओं की हत्या की, बलात्कार किया और उन्हें उनके घरों से भगा दिया। ये सब हुआ उनकी जाति के कारण।
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Hindus & religious minorities in Bangladesh continue to be targeted & persecuted, as they have been since 1971 when the Pakistani army systematically murdered, raped & drove from their homes millions of Bengali Hindus because of their religion & ethnicity. pic.twitter.com/4DVWibzrkT
— Tulsi Gabbard 🌺 (@TulsiGabbard) April 2, 2021
उन्होंने अपना एक वीडियो जारी करके इस बयान को सार्वजनिक किया है। वे कहती हैं,
25 मार्च, 1971 को सुनियोजित ढंग से बांग्लादेश के हिंदुओं को पाकिस्तानी सेना द्वारा निशान बनाया गया था। ये सबसे पहले ढाका के जगन्नाथ हॉल में शुरू हुआ। जो ढाका यूनिवर्सिटी का हिंदू छात्रावास था। वहां दस हजार लोगों को एक ही रात में मौत के घाट उतार दिया गया। जो आगले दस महीनों तक चलता रहा, जिसका परिणाम ये हुआ कि बीस से तीस लाख हिंदू मारे गए। हजारों महिलाओं और युवतियों के साथ बलात्कार हुआ, एक करोड़ लोगों को अपना घर छोड़कर भागना पड़ा।
हिंदुओं की स्थिति को लेकर रही हैं चिंतित
तुलसी गबार्ड ने २०२० के राष्ट्रपति चुनाव के समय भी हिंदूफोबिया को लेकर प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। उन्होंने अपने ट्विटर पोस्ट में लिखा था कि, दुर्भाग्य से हिंदूफोबिया वास्तविकता है। मैंने कांग्रेस के अपने सभी प्रचार अभियानों और इस राष्ट्रपति चुनाव के बीच अनुभव किया है। ये तो मात्र एक उदाहरण है कि हिंदू हमारे देश में प्रतिदिन क्या अनुभव करते हैं। दुर्भाग्य से हमारे राजनेता और मीडिया न सिर्फ इसे बर्दाश्त कर हैं बल्कि, भड़काते भी हैं।
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Unfortunately, Hinduphobia is very real. I've experienced it directly in each of my campaigns for Congress & in this presidential race. Here's just one example of what Hindus face every day in our country. Sadly, our political leaders & media not only tolerate it, but foment it. https://t.co/60MDtszQHf
— Tulsi Gabbard 🌺 (@TulsiGabbard) March 5, 2020
कौन हैं तुलसी गबार्ड?
- तुलसी गबार्ड का जन्म अमेरिका के समोआ में
- वे अमेरिकी कांग्रेस की पहली हिंदू महिला सदस्य
- अमेरिकी कांग्रेस की पहली समोअन महिला सदस्य
- सबसे कम आयु की सांसद
- वे चौथी बार अमेरिकी कांग्रेस की सदस्य चुनी गईं
- वे हवाई आर्मी नेशनल गार्ड में हैं मेजर
- वे 2005 में इराक में भी रही हैं तैनात
- इराक में सहायक बटालियन में मेडिकल कंपनी में थीं तैनात
- कुवैती सेना के संस्थान में कदम रखनेवाली पहली महिला
- विदेशी भूमि पर लड़े जा रहे युद्ध से अमेरिका के निकलने की समर्थक
- परमाणु हथियार की होड़ को लेकर भी व्यक्त कर चुकी हैं चिंता