हरि ज्योतिष संस्थान लाइनपार के संचालक ज्योतिषाचार्य पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा (Astrologer Pandit Surendra Kumar Sharma) ने बताया कि आज होलिका दहन (Holika Dahan) के दिन भद्रा साया रहेगा और भद्राकाल (Bhadrakal) को शुभ नहीं माना जाता है। इस दौरान किसी भी तरह का पूजा-पाठ व शुभ काम करना वर्जित होता है। पंचांग के अनुसार, आज 24 मार्च को सुबह से भद्राकाल लग जाएगा। आज भद्रा का सुबह 9 बजकर 54 मिनट पर प्रारंभ होगी जो रात्रि 11 बजकर 13 मिनट तक रहेगी। इस तरह से भद्राकाल की समाप्ति के बाद ही होलिका दहन किया जा सकता है।
पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि फाल्गुन माह (Phalgun Month) के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 24 मार्च को सुबह 9 बजकर 55 मिनट से आरंभ हो जाएगी जो 25 मार्च को दोपहर 12 बजकर 30 मिनट तक रहेगी। शास्त्रों के अनुसार होलिका दहन पूर्णिमा तिथि और भद्रा रहित काल में करना शुभ माना जाता है। ऐसे में होलिका दहन 24 मार्च को और रंगों वाली होली 25 मार्च को खेली जाएगी। होलिका दहन का शुभ समय रात 11 बजकर 13 मिनट के बाद करना शुभ रहेगा।
होलिका दहन पर चंद्रग्रहण को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा
पंडित सुरेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि होलिका दहन पर चंद्रग्रहण को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है कि चंद्रग्रहण लगने जा रहा है। जबकि इस बार होली पर कोई चंद्रग्रहण नहीं है। जो उपछाया चंद्रग्रहण लगने जा रहा है वह भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए भारत में इसका सूतक काल भी मान्य नहीं रहेगा। इसलिए इसका दान आदि करने की भी विधान मान्य नहीं रहेगा। इसलिए होली पर ग्रहण दोष का भय मन से हटाकर रंगोत्व का आनंद ले। होलिका दहन पर इस साल चंद्रग्रहण के साथ साथ भद्रकाल का साया भी रहेगा। इस साल करीब 100 साल बाद होली पर चंद्रग्रहण लगने जा रहा है।
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