Uttarakhand की धामी सरकार और विश फाउंडेशन की संयुक्त पहल पर उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य सेवाओं को उच्चस्तरीय और बेहतर करने हेतु एम्स संस्थान की ट्रामा एवं इमरजेंसी मेडिसिन की टीमों के द्वारा राज्य के 150 मेडिकल ऑफिसर्स को कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम के अंतर्गत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। 30 मार्च को बताया गया कि चिकित्सकों के प्रशिक्षण के अलावा एम्स ऋषिकेश के नर्सिंग प्रोफेशनल्स, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य सभी हेल्थ वर्कर्स को भी चारधाम यात्रा के मद्देनजर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने को तैयार किया जा रहा है।
संस्थान में चिकित्सकों के प्रशिक्षण कार्यशाला के औपचारिक शुभारंभ के अवसर पर एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान आगंतुक तीर्थयात्रियों, श्रद्धालुओं को गुणवत्तापरक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने से संबंधित चुनौतियों के निवारण के लिए इस ट्रेनिंग का आयोजन किया जा रहा है। ट्रेनिंग का उद्देश्य चार धाम यात्रा के दौरान गंभीररूप से अस्वस्थ होने वाले तीर्थयात्रियों की मृत्यु दर को कम करना एवं यात्रियों को चार धाम यात्रा मार्ग पर ही उच्च गुणवत्तापरक चिकित्सा सेवा प्रदान करना है।
एम्स कर रहा है सहयोग
प्रशिक्षण के कोर्स डायरेक्टर एवं एम्स के ट्रामा सर्जन डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि पिछले वर्ष से एम्स इस प्रशिक्षण में राज्य सरकार का सहयोग कर रहा है। गत वर्ष के आंकड़ों के आंकलन के बाद इस साल और बेहतर योजना तैयार की गई है। डॉ. मधुर उनियाल इस कार्यक्रम के तहत निकट भविष्य में उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान बेहतर स्वस्थ सेवाएं मुहैया कराने के साथ साथ किसी भी आपात परिस्थिति में एक बेहतर मेडिकल ऑफिसर्स और हेल्थ वर्कर्स की टीम का भी निर्माण होगा। जिसके लिए एम्स ऋषिकेश की ट्रॉमा टीम एवं इमरजेंसी मेडिसिन की टीम मिलकर प्रशिक्षण दे रही है। उन्होंने बताया कि इमरजेंसी मेडिसिन की टीम का नेतृत्व डॉ. निधि कैले के द्वारा किया जा रहा है।
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चिकित्सकों के कई बैच ले चुके हैं ट्रेनिंग
गौरतलब है कि श्रृंखलाबद्ध इस ट्रेनिंग वर्कशॉप को इस माह के शुरुआती दिनों में शुरू कर दिया गया । जिसके तहत अब तक चिकित्सकों के कई बैच ट्रेनिंग ले चुके हैं। उद्घाटन अवसर पर संस्थान के उपनिदेशक( प्रशासन) ले. कर्नल अमित पाराशर, ट्रॉमा विभागाध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ.) क़मर आजम, चारधाम यात्रा प्रशिक्षण कार्यक्रम, एम्स के नोडल ऑफिसर डॉ. मधुर उनियाल, इमरजेंसी मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. निधि कैले, डॉ. भास्कर सरकार, डॉ. नीरज कुमार, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. गिरीश कुमार, प्रोफेसर निशिथ गोविल आदि ने विचार रखे।