पूर्वांचल के माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस पूरी दक्षता बरत रही है। बांदा जेल किले में बदल गई है। वरिष्ठ अधिकारी सुरक्षा ऑडिट करके कदम उठा रहे हैं। मुख्तार को लाने के लिए वज्र वाहन का उपयोग किया गया है। इसके अलावा जीपीएस सुविधा, अत्याधुनिक हथियारों से लैस उच्च प्रशिक्षित पुलिस कर्मी दल में तैनात हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस प्रशासन द्वारा बाहुबली मुख्तार अंसारी को लाने के प्रयत्न को यश मिल गया। पंजाब की रोपड़ जेल से वापस लाने के लिए उत्तर प्रदेश की पुलिस की फौज रवाना हुई। इस दल का नेतृत्व सर्कल ऑफिसर सत्यप्रकाश शर्मा कर रहे हैं। जेल और उसके अंदर की बैरक को सुरक्षा के लिहाज से परखा गया है। मुख्तार अंसारी पर प्रदेश में 14 प्रकरण लंबित हैं जिनकी सुनवाई के लिए उसकी उपस्थिति आवश्यक है।
इनके कंधे पर है सुरक्षा
मुख्तार अंसारी को लाने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस का जो दल गया हुआ है। उसका नेतृत्व सर्कल ऑफिसर सत्यप्रकाश शर्मा कर रहे हैं। उनके साथ पुलिस की बड़ी लश्कर भी है।
- बांदा से रोपड़ दूरी – 840 किलोमीटर
- 2 एसएचओ
- 6 एसआई
- 20 पुलिस कर्मी
- 10 पुलिस कर्मी
- 50 पीएएसी (एक बटालियन)
- 1 वज्र वाहन
- 10 पुलिस वाहन
- 1 एम्बुलेंस
जेल किले में बदली
बांदा जेल को उत्तर प्रदेश पुलिस ने किले में बदल दिया है। सुरक्षा के लिए वहां जेल प्रशासन ने विशेष निगरानी दलों को तैनात कर दिया है। इस जेल के तन्हाई बैरक में मुख्तार अंसारी को रखा जाएगा। जिसकी सुरक्षा ऑडिट की रिपोर्ट डीजी कारागार आनंद कुमार को भेजी गई है। जेल में प्रवेश मार्गिका पर सीसीटीवी से दृष्टि रखी जा रही है।