90 Years Of RBI: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने 1 अप्रैल (सोमवार) को रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (Reserve Bank of India) की आकांक्षी युवा भारत की आकांक्षाओं को पूरा करने में अहम भूमिका को स्वीकारा और उसे अगले दस वर्षों के लक्ष्य निर्धारित करने के लिए कहा।
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) 1 अप्रैल को अपने 90वें वर्ष का जश्न मना रहा है। इस अवसर पर मुंबई में आयोजित कार्यक्रम में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) और आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) के संबोधन शामिल रहे।
The @RBI plays pivotal role in advancing our nation’s growth trajectory. Speaking at its 90th year celebrations in Mumbai.https://t.co/95JoqaDy0U
— Narendra Modi (@narendramodi) April 1, 2024
संकल्प और पुनर्पूंजीकरण की नीति
अपनी सरकार के आरबीआई के साथ मिलकर किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि नीयत सही हो तो नीतियां सही फल देती हैं। हमने बैंकिंग क्षेत्र की वृद्धि के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। भाजपा सरकार ने पहचान, संकल्प और पुनर्पूंजीकरण की नीति के साथ काम किया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल में हुआ कार्य केवल एक झलक है। देश को बहुत आगे लेकर जाना है और बहुत कुछ करना है।
यह भी पढ़ें- Madhya Pradesh: कांग्रेस के मेयर भाजपा में शामिल, विक्रम अहाके हैं कमलनाथ के करीबी!
जीडीपी वृद्धि मौद्रिक
प्रधानमंत्री ने कहा कि जीडीपी वृद्धि मौद्रिक और राजकोषीय नीतियों के संतुलन और सहसंबंध पर निर्भर करती है। 2014 में आरबीआई की 80वीं वर्षगांठ पर स्थिति गंभीर थी। आज भारत की बैंकिंग प्रणाली मजबूत और टिकाऊ मानी जाती है। आरबीआई को 90 वर्ष पूरे करने पर बधाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक संस्थान के रूप में आरबीआई आजादी के पहले और आजादी के बाद का गवाह है। आज पूरी दुनिया में आरबीआई की पहचान उसके प्रोफेशनलिज्म और प्रतिबद्धता की वजह से बनी है।
यह भी देखें-
Join Our WhatsApp Community