Bangladesh में विपक्षी पार्टी भारत के बहिष्कार का अभियान चला रही है। सोशल मीडिया पर बॉयकॉट भारत ट्रेंड शुरू किया गया है। इस अभियान में भारत पर बांग्लादेशी राजनीति पर दबाव डालने का आरोप लगाया गया है। इस अभियान के शुरू होने से बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने विपक्ष पर गुस्सा जाहिर किया है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने विपक्ष के भारत के बहिष्कार अभियान पर सवाल उठाया है। पिछले हफ्ते एक भाषण में प्रधान मंत्री हसीना शेख ने बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी पर भारतीय सामानों का बहिष्कार करने का आरोप लगाया था। क्या विरोधी भारतीय मसालों के बिना खा सकते हैं? उन्होंने ऐसा सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि बीएनपी नेता भारतीय उत्पादों के बहिष्कार का सुझाव दे रहे हैं। मेरा सवाल यह है कि बहिष्कार करने वाले लोगों की पत्नियों के पास कितनी भारतीय साड़ियां हैं? वे अपनी पत्नियों से साड़ियां लेकर उन्हें जला क्यों नहीं देते? शेख हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश के भारत के साथ अच्छे संबंध हैं। हसीना ने इस साल पांचवीं बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली।
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बांग्लादेश में भारतीय उत्पादों का बहिष्कार क्यों?
बांग्लादेश की आंतरिक राजनीति में भारत के कथित हस्तक्षेप के विरोध में बीएनपी का बॉयकॉटइंडिया ट्रेंड शुरू हो गया है। बीएनपी के बॉयकॉटइंडिया अभियान ने तेजी पकड़ ली है। अभियान के लिए लॉन्च किए गए कुछ ट्वीट्स में यूट्यूब वीडियो के क्लिप साझा किए गए हैं। आरोप है कि भारत पिछले 15 साल से बांग्लादेश के चुनावों में दखल दे रहा है और उन्हें प्रभावित कर रहा है। वीडियो में यह भी कहा गया है कि वित्तीय संकट के दौरान भारत ने श्रीलंका को कोई मदद नहीं दी।