Essential Medicine Price: केंद्र सरकार का बड़ा फैसला, जरूरी दवाओं की नहीं बढ़ेंगी कीमतें

केंद्रीय मंत्री ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण सालाना थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर शेड्यूल दवाओं की अधिकतम कीमतों में बदलाव करता है।

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Essential Medicine Price: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री (Union Health Minister) मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने 04 अप्रैल (गुरुवार) को कहा कि सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 में जरूरी दवाओं (essential medicines) की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं करने का फैसला किया है। केंद्रीय मंत्री ने आश्वासन दिया कि यह मोदी की गारंटी है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि थोक मुद्रास्फीति (wholesale inflation) में कोई खास वृद्धि नहीं हुई है। इसलिए दवाओं की कीमत में कोई बढ़ोतरी नहीं होगी।

केंद्रीय मंत्री ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (National Drug Pricing Authority) सालाना थोक मूल्य सूचकांक के आधार पर शेड्यूल दवाओं की अधिकतम कीमतों में बदलाव करता है। जब मुद्रास्फीति बढ़ती है, तो इससे कीमतों में बढ़ोतरी होने की संभावना रहती है। जब मुद्रास्फीति नीचे आती है तो दाम कम हो जाते हैं।

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शेड्यूल तथा नॉन-शेड्यूल फॉर्मूलेशन
औषधि मूल्य नियंत्रण आदेश 2013 के प्रावधानों के अनुसार दवाओं को शेड्यूल तथा नॉन-शेड्यूल फॉर्मूलेशन के रूप में बांटा गया है। डीपीसीओ 2013 की अनुसूची- I में लिस्टेड फॉर्मूलेशन, शेड्यूल फॉर्मूलेशन हैं, जिन्हें आवश्यक दवाएं भी कहा जाता है। मंत्री ने कहा कि नॉन-शेड्यूल फॉर्मूलेशन के मामले में निर्माता कीमत तय करने के लिए स्वतंत्र है। इस वित्त वर्ष में आवश्यक दवाओं की कीमतें नहीं बढ़ेंगी।

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