महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena) के अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने शनिवार को कहा कि अगर नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) प्रधानमंत्री नहीं होते तो श्रीराम जन्मभूमि (Shri Ram Janmabhoomi) पर मंदिर का निर्माण (Construction of the Temple) नहीं हो पाता। राज ने कहा कि उन्होंने बहुत विचार करने के बाद मोदी को एक बार फिर से प्रधानमंत्री पद दिलाने के लिए बिना शर्त समर्थन किया है। इसलिए मनसे कार्यकर्ता (MNS Workers) पूरी ईमानदारी से भाजपा-नीत गठबंधन (BJP-Led Alliance) के साथ मिलकर चुनाव प्रचार करें।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राज ठाकरे ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के बाद राज ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की आलोचना भी की है लेकिन जब उन्होंने देशहित में अच्छा काम किया तो उनकी तारीफ भी की। भले ही राम मंदिर निर्माण का आदेश सुप्रीम कोर्ट ने दिया था, लेकिन अगर मोदी प्रधानमंत्री न रहते तो मंदिर का निर्माण कार्य अब तक संभव नहीं था। राम मंदिर के लिए बहुत से कारसेवकों ने 1992 से अपने प्राणों की आहुति दी है। इसी तरह प्रधानमंत्री मोदी ने अनुच्छेद 370 हटाने के साथ ही और भी काम देशहित के लिए किया है।
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स्वाभाविक है कि गुजरात मोदी को प्रिय है
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री को महाराष्ट्र के विकास, मराठी भाषा को सम्मानजनक स्थान, राज्य के किलों के संरक्षण पर ध्यान देना चाहिए। साथ ही महाराष्ट्र में औद्योगिक निवेश को वरीयता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी के लिए सभी राज्यों को समान रूप से देखना जरूरी है। स्वाभाविक है कि गुजरात उन्हें प्रिय है, लेकिन उन्हें अन्य राज्यों को भी महत्व देना चाहिए। वे बहुत जल्द मनसे नेताओं की सूची तय करेंगे और भाजपा के साथ मिलकर चुनाव प्रचार करेंगे।
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