Aung San Suu Kyi: म्यांमार की सैन्य सरकार ने आंग सान सू की को जेल से बाहर लाकर किया नजरबंद

देश की राजधानी नेपीता में विभिन्न प्रकार के आपराधिक आरोपों में सू की 27 साल की जेल की सजा काट रही हैं। उनके समर्थक और मानवाधिकार संगठन कहते रहे हैं कि यह आरोप राजनीतिक कारणों से गढ़े गए।

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Aung San Suu Kyi: म्यांमार (Myanmar) की जेल में बंद मानवाधिकार कार्यकर्ता और नोबेल पुरस्कार विजेता आंग सान सू की (Aung San Suu Kyi) को सैन्य सरकार ने देश में भीषण गर्मी (extreme heat) और हीटवेव के कारण जेल से बाहर लाने के बाद नजरबंद कर दिया है। हालांकि, उन्हें नजरबंद किये जाने की जगह का खुलासा नहीं किया गया है।

सेना (जुंटा) के प्रवक्ता मेजर जनरल जॉ (Major General Joe) ने बताया कि पूर्व नेता आंग सान सू की को गर्मी के कारण स्वास्थ्य उपाय के तौर पर जेल से बाहर लाकर नजरबंद किया गया है। 78 वर्षीय सू की को उनकी अपदस्थ सरकार के 72 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति विन म्यिंट को अन्य बुजुर्ग कैदियों के साथ जेल से बाहर लाया गया। हालांकि, अभी तक म्यांमार में इसकी सार्वजनिक घोषणा नहीं की गई है।

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आपराधिक आरोपों
देश की राजधानी नेपीता में विभिन्न प्रकार के आपराधिक आरोपों में सू की 27 साल की जेल की सजा काट रही हैं। उनके समर्थक और मानवाधिकार संगठन कहते रहे हैं कि यह आरोप राजनीतिक कारणों से गढ़े गए। पूर्व राष्ट्रपति विन म्यिंट म्यांमार के बागो क्षेत्र के ताउंगू में आठ साल की जेल की सजा काट रहे थे।

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6,000 लोगों को मारा
दरअसल, म्यांमार में राष्ट्रव्यापी संघर्ष 2021 में शुरू हुआ और सेना ने चुनी हुई सरकार को अपदस्थ कर सू की को कैद कर लिया। फरवरी में सू की के बेटे किम एरिस ने कहा था कि उन्हें एकान्त कारावास में रखा जा रहा है। वह अस्वस्थ हैं। पीस रिसर्च इंस्टिट्यूट की रिपोर्ट के मुताबिक म्यांमार में साल 2021 में हुए तख्तापलट के बाद से सेना अब तक लगभग 6,000 लोगों को मार चुकी है। म्यामांर में लगातार विरोधियों को फांसी की सजा दी जा रही है।

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