उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास मिली विस्फोटक लदी एसयूवी प्रकरण की जांच कर रही एनआईए के कार्यालय में पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह पहुंचे हैं। जब ये घटना हुई थी उस काल में परमबीर सिंह मुंबई के पुलिस आयुक्त थे। माना जा रहा है कि एनआईए उनसे इस प्रकरण में पूछताछ कर सकती है। इसी प्रकरण में गिरफ्तार निलंबित सहायक पुलिस निरिक्षण सचिन वाझे से क्या परमबीर का आमना-सामना होगा इसको लेकर भी कयास लग रहे हैं।
आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह से मुकेश अंबानी प्रकरण, मनसुख हिरेन की मौत और पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर सौ करोड़ की वसूली का आरोप लगाने के मामले में पूछताछ शुरू हो गई है। सौ करोड़ रुपए की धन उगाही वाले प्रकरण में सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन जांच कर रही है तो मुकेश अंबानी के घर के पास मिली एसयूवी से संबंधित सभी प्रकरण की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी कर रही है। इन दोनों ही मामलों में पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह जांच की प्रमुख कड़ी हैं।
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ये है प्रकरण
उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर एंटीलिया के पास दो कारें एक स्कॉर्पियो और दूसरी इनोवा 25 फरवरी, 2021 को पहुंची थीं। स्कॉर्पियो में बैठे ड्राइवर ने उसे वहीं छोड़ दिया था और इनोवा में बैठकर वहां से फरार हो गया था। बाद में पुलिस ने एंटीलिया के बाहर खड़ी कार से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद की थीं। इसके साथ ही गाड़ी की पिछली सीट से एक पत्र भी बरामद किया था, जिसमें मुकेश अंबानी के पूरे परिवार को धमकी दी गई थी।
इसलिए एनआईए को सौंपी जांच
- राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को केंद्र सरकार द्वारा एनआईए अधिनियम, 2008 की धारा VI के अनुरूप मामले सौंपे जाते हैं। जिन पर एजेंसी स्वतंत्र रूप से जांच का कार्य करती है।
- मुकेश अंबानी के घर के पास बरामद जिलेटिन लदी कार बरामदगी प्रकरण के संबंध आतंकी समूहों से होने से इन्कार नहीं किया जा सकता।
- नई दिल्ली में इजरायली दूतावास के पास कार में कराए गए विस्फोट से संबद्ध आतंकी समूह ने जारी किया था सोशल मीडिया संदेश, अंबानी के घर के पास से कार बरामदगी के बाद मिले संदेश का मेल
- एनआई का गठन देश में आतंकवाद का मुकाबला और जांच करने के लिए हुआ है
- यह केंद्रीय आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी के रूप में कार्य करती है।