NIA: पाकिस्तान समर्थित प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और उनकी शाखा से जुड़े जम्मू-कश्मीर आतंकी साजिश मामले में बड़े पैमाने पर कार्रवाई करते हुए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 22 अप्रैल को पूरे कश्मीर में नौ स्थानों पर छापेमारी की।
बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक डेटा और दस्तावेजों वाले कई डिजिटल उपकरण जब्त
नवगठित शाखाओं और प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों के सहयोगियों से जुड़े हाइब्रिड आतंकवादियों और ओवर ग्राउंड वर्कर्स के परिसरों पर की गई छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक डेटा और दस्तावेजों वाले कई डिजिटल उपकरण जब्त किए गए। जैसे कि लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिज्ब-उल-मुजाहिदीन, अल-बद्र, अल-कायदा इन संगठनों के समर्थकों और कैडरों के परिसरों की भी बड़े पैमाने पर तलाशी ली गई।
आतंकी साजिश से संबंधित कार्रवाई
एनआईए की टीमों ने 21 जून 2022 को आतंकवाद विरोधी एजेंसी द्वारा संज्ञान से दर्ज किए गए मामले में अपनी जांच के हिस्से के रूप में 22 अप्रैल की सुबह इन संपत्तियों पर कार्रवाई की और विस्तृत तलाशी ली। यह एक आतंकी साजिश से संबंधित है, जिसमें प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों और उनकी नई गठित शाखाओं द्वारा चिपचिपे बम, आईईडी और छोटे हथियारों आदि का उपयोग करके जम्मू-कश्मीर में हिंसा फैलाने की योजना शामिल है।
पाकिस्तान से मिल रहा है समर्थन
पाकिस्तान स्थित आकाओं और उनके द्वारा समर्थित ये संगठन स्थानीय युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर और जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं को संगठित करके जम्मू-कश्मीर में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के उद्देश्य से आतंकवादी कृत्यों को अंजाम देने के लिए भौतिक और साइबर क्षेत्र दोनों में साजिश रच रहे हैं। तलाशी के दौरान बरामद डिजिटल उपकरणों और अन्य डेटा की जांच की जा रही है ताकि पूरी साजिश का पर्दाफाश किया जा सके।