बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन लॉक के जरिए अगर आपका आधार किसी साइबर क्रिमिनल के हाथ लग भी जाएगा तो वह इसका गलत इस्तेमाल नहीं कर सकेगा।