Mines Ministry: केंद्र सरकार (Central Government) महत्वपूर्ण खनिजों (Important Minerals) के प्रसंस्करण को बढ़ावा देने, ज्ञान साझा करने और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए 29-30 अप्रैल को दो दिवसीय शिखर सम्मेलन आयोजित करेगी।
खान मंत्रालय की ओर से 28 अप्रैल (रविवार) को जानकारी दी गई कि 29 और 30 अप्रैल को शक्ति सतत ऊर्जा फाउंडेशन (शक्ति), ऊर्जा, पर्यावरण और जल परिषद (सीईईडब्ल्यू) तथा भारतीय सतत विकास संस्थान (आईआईएसडी) के सहयोग से दो दिवसीय महत्वपूर्ण खनिज शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। यह सम्मेलन राजधानी नई दिल्ली के लोधी एस्टेट स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में होगा।
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टिकाऊ समाधानों की प्रगति
शिखर सम्मेलन में उद्योग के दिग्गज, स्टार्टअप, सरकारी अधिकारी, वैज्ञानिक, शिक्षाविद और नीति विशेषज्ञ भाग लेंगे। इस दौरान प्रतिभागी खनिज नीलामी प्रगति, सीआरएम पारिस्थितिकी तंत्र विकास के लिए नीति प्रोत्साहन, व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ समाधानों की प्रगति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित सक्रिय संवाद और कार्यशालाओं में भाग लेंगे।
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आठ प्रमुख खनिजों
शिखर सम्मेलन की मुख्य विशेषताओं में आठ प्रमुख खनिजों पर तकनीकी सत्र शामिल हैं: ग्लूकोनाइट (पोटाश), लिथियम – दुर्लभ पृथ्वी तत्व (लैटेराइट), क्रोमियम, प्लैटिनम समूह, ग्रेफाइट, ग्रेफाइट से जुड़े टंगस्टन, दुर्लभ पृथ्वी (आरई), और ग्रेफाइट से जुड़े वैनेडियम। ये सत्र व्यवसाय-से-व्यवसाय सहयोग और ज्ञान साझा करने के लिए मूल्यवान अवसर प्रदान करेंगे।
घरेलू उत्पादन में तेजी
क्रिटिकल मिनरल्स समिट का लक्ष्य सरकार और उद्योग हितधारकों को भारत के आर्थिक विकास और स्थिरता उद्देश्यों का समर्थन करते हुए सीआरएम के घरेलू उत्पादन में तेजी लाने के लिए आवश्यक ज्ञान, कनेक्शन और उपकरणों से लैस करना है।
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