नागपुर (Nagpur) में लगातार तीसरे दिन भूकंप (Earthquake) के झटके महसूस किये गये हैं। पिछले दो दिनों से परस्विनी (Parswini) और उमरेड (Umred) इलाके में भूकंप के झटके आ रहे थे। रविवार (6 मई) को उमरेड तालुका के आमगांव, देवली, भिवागढ़ इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भले ही भूकंप के झटके हल्के हैं। लेकिन, लगातार तीन दिनों से आ रहे भूकंप के झटकों से इलाके में डर का माहौल है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (National Center for Seismology) की वेबसाइट पर जानकारी दी गई है कि शनिवार को नागपुर शहर में 5 किलोमीटर के इलाके में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। नागपुर में यह भूकंप दोपहर 3 बजकर 11 मिनट और 9 सेकेंड पर आया। इस भूकंप की तीव्रता उत्तर में 21.29 अक्षांश और पूर्व में 79.44 देशांतर तक थी।
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भूकंप कब आता है
पृथ्वी के अंदर सात प्लेटें हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं। जिस क्षेत्र में ये प्लेटें टकराती हैं उसे फॉल्ट लाइन कहा जाता है। बार-बार टकराने से प्लेटों के कोने मुड़ जाते हैं। जब बहुत अधिक दबाव बनता है तो प्लेटें टूटने लगती हैं। नीचे की ऊर्जा बाहर निकलने का रास्ता ढूंढती है और गड़बड़ी के बाद भूकंप आता है।
भूकंप की तीव्रता कैसे मापी जाती है?
भूकंप को रिक्टर पैमाने पर मापा जाता है। रिक्टर स्केल भूकंप तरंगों की तीव्रता मापने का एक गणितीय पैमाना है, जिसे रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल कहा जाता है। रिक्टर स्केल पर भूकंप को उसके केंद्र से 1 से 9 तक मापा जाता है। यह पैमाना भूकंप के दौरान पृथ्वी से निकलने वाली ऊर्जा के आधार पर तीव्रता को मापता है।
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