Maharashtra के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे(Shiv Sena chief Eknath Shinde) ने 6 मई को ठाणे में कहा है कि कांग्रेस(Congress) के कुछ नेता अब हेमंत करकरे(Hemant Karkare) के बलिदान पर ही सवाल उठाने लगे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और उनके साथी हुतात्मा हुए हेमंत करकरे के बलिदान को कलंकित न करें।
विपक्ष बोल रहा है पाकिस्तान की भाषा
6 मई को ठाणे में शिवसेना शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं की सभा के उपरांत एकनाथ शिंदे ने पत्रकारों से संवाद साधते हुए कहा कि विपक्ष अब पाकिस्तान की भाषा बोलने पर मजबूर हो गया है ,यह उनकी निराशा ही है। एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया कि स्थिति यह है कि अब ये लोग कसाब को भी आतंकवादी मानने तैयार नहीं हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह उज्जवल निकम ही थे, जिन्होंने दाऊद के खिलाफ केस लड़ने का साहस किया था।
कांग्रेस पर साधा निशाना
ठाणे में टिपटॉप प्लाजा सभागृह में ठाणे लोकसभा से शिवसेना के उम्मीदवार नरेश म्हस्के के समर्थन में कार्यकर्ताओं को सम्बोधन करने के उपरांत एकनाथ शिंदे पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। एक सवाल के उत्तर में एकनाथ शिंदे ने कहा कि क्या जनता प्रति वर्ष प्रधानमंत्री बदलने वाली सरकार को पसंद करेगी। शिवसेना को तोड़ने के आरोप पर मुख्यमंत्री शिंदे ने स्पष्टीकरण दिया कि जो पार्टी तोड़ने की बात करते हैं, वह स्वयं ही महाराष्ट्र में बीजेपी को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा शायद इसी तारतम्य में भारतीय जनता पार्टी के 12 विधायकों का निष्कासन किया गया था।
भाजपा की नाराजगी को दूर करने की कोशिश
ठाणे लोकसभा सीट से शिंदे गुट के नरेश म्हस्के की उम्मीदवारी पर बीजेपी के कार्यकर्ताओं की नाराजगी को लेकर मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा कि बीजेपी और आरपीआई सभी साथी ही हैं। नवीमुंबई में बीजेपी के दिग्गज नेता गणेश नाइक और मंदा म्हात्रे भी नरेश म्हस्के के प्रचार में जुटे हैं।