विदेशी सागर में भारत का जलमाप सर्वेक्षण! जानें इसकी विशेषता

जल मापक सर्वेक्षण से महासागर की गहराई, आकार, धाराओं की दिशा की जानकारी मिलती है। इससे समुद्र में होनेवाले दैनिक परिवर्तन, खनिज, धातु, गैस के भंडार का पता चलता है।

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भारतीय नौसेना का हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण पोत मॉरीशस में है। वहां यह पोत स्थानीय नौसेना के साथ महासागर का सर्वेक्षण कर रहा है। जिसके माध्यम से समुद्र की तलहटी, उसके बदलाव, इसकी धाराएं, खनिज आदि की जानकारी प्राप्त की जा सकेगी। इस सर्वेक्षण का लाभ समुद्र में केबल, पाइप लाइन बिछाने, ड्रेजिंग आदि के कार्यों में मिलता है।

आईएनएस सर्वेक्षक एक हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण पोत है। यह पोत मॉरीशस की नौसेना के साथ संयुक्त हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण करने के लिए मॉरीशस में तैनाती पर है। इस तैनाती के दौरान उन्नत हाइड्रोग्राफिक (जलमाप चित्रण संबंधी) उपकरण और प्रक्रियाओं के बारे में मॉरीशस के कर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह पोत पोर्ट लुइस, मॉरीशस के दौरे पर है और इसने पोर्ट लुइस के गहरे समुद्र क्षेत्र का हाइड्रोग्राफिक सर्वेक्षण शुरू किया है।

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आईएनएस सर्वेक्षक एक विशेष सर्वेक्षण पोत है, जो ‘डीप सी मल्टी-बीम इको साउंडर’, साइड स्कैन सोनार जैसे अत्याधुनिक सर्वेक्षण उपकरणों से सुसज्जित है। इसमें पूरी तरह से स्वचालित डिजिटल सर्वेक्षण एवं प्रसंस्करण प्रणाली लगी है। इसके अलावा इस पोत पर चेतक हेलीकॉप्टर भी मौजूद है, जिसकी सर्वेक्षण के दौरान व्यापक रूप से तैनाती की जाएगी।

आईएनएस सर्वेक्षक ने पिछले कुछ वर्षों के दौरान मॉरीशस, सेशेल्स, तंजानिया और केन्या में अनेक विदेशी सहयोग सर्वेक्षण आयोजित किए हैं।

 

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