Jharkhand Cash Haul: एक अदालत ने 07 मई (मंगलवार) को झारखंड (Jharkhand) के मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) के निजी सचिव संजीव लाल (Private Secretary Sanjeev Lal) और उनके घरेलू सहायक को छह दिनों के लिए प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) (ईडी) की हिरासत (ED custody) में भेज दिया।
इससे कुछ घंटे पहले ही लाल और घरेलू नौकर को उनके एक फ्लैट से 32 करोड़ रुपये से अधिक नकदी की बरामदगी के बाद गिरफ्तार किया गया था। जानकारी के मुताबिक, दोनों को रात भर पूछताछ के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया।
Ranchi: Sanjiv Lal – PS to Jharkhand Rural Development minister Alamgir Alam – and Jahangir Alam arrested by ED after the raid and cash recovery of Rs 35.23 crores.
The Enforcement Directorate conducting raids at multiple locations in Ranchi on 6th May in connection with…
— ANI (@ANI) May 7, 2024
ईडी ने रांची में छापेमारी की
राज्य ग्रामीण विकास विभाग में कथित अनियमितताओं की मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत, ईडी ने सोमवार को रांची में एक दो-बेडरूम वाले फ्लैट पर छापा मारा, जिस पर कथित तौर पर लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम का कब्जा था। एजेंसी ने गाड़ीखाना चौक स्थित फ्लैट से 32 करोड़ रुपये से अधिक नकद बरामद किए, इसके अलावा कुछ अन्य परिसरों की तलाशी ली गई, जहां से 3 करोड़ रुपये बरामद किए गए। सूत्रों ने कहा कि कुल नकद वसूली 35.23 करोड़ रुपये है। हालाँकि, झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और कांग्रेस नेता आलम ने अपनी ओर से किसी भी गलत काम से इनकार किया है।
#UPDATE | Ranchi, Jharkhand: Sanjiv Lal – PS to rural development minister Alamgir Alam – and Jahangir Alam – household help of Sanjiv Lal – sent to ED remand for 6 days.
(Earlier visuals when they were brought to the court) pic.twitter.com/lrcrVE82mW
— ANI (@ANI) May 7, 2024
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ईडी ने मई 2023 से आधिकारिक संचार जब्त कर लिया है
संघीय एजेंसी को फ्लैट में ईडी की रांची इकाई से मई 2023 का एक आधिकारिक संचार भी मिला। पत्र झारखंड के मुख्य सचिव को संबोधित किया गया था, जिसमें राज्य ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े ठेकेदारों से प्राप्त कथित रिश्वत के संबंध में एक स्वतंत्र जांच और प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया गया था। ये आरोप कथित तौर पर ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र कुमार राम द्वारा किए गए खुलासे से उपजे हैं, जिन्हें पिछले साल के मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था।
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ईडी की तलाशी किस वजह से हुई?
इसके अलावा, अधिकारियों को विधायकों और अन्य प्रमुख व्यक्तियों द्वारा आलम को संबोधित अनुशंसा पत्र मिले, जिसमें राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुकूल स्थानांतरण और पोस्टिंग की वकालत की गई थी। ये खुलासे राम से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़ी तलाशी के दौरान हुए। एजेंसी ने पिछले साल अप्रैल में एक बयान में आरोप लगाया था, “रांची में ग्रामीण कार्य विभाग में मुख्य अभियंता के रूप में तैनात वीरेंद्र कुमार राम ने ठेकेदारों को निविदाएं आवंटित करने के बदले में उनसे कमीशन के नाम पर अपराध की कमाई की थी।” इसके बाद अधिकारी की 39 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली। यहां यह उल्लेख किया जाना चाहिए कि राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला झारखंड भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा दायर एक शिकायत से जुड़ा है।
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