Pro-Khalistan Graffiti: समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, नई दिल्ली (New Delhi) में करोल बाग और झंडेवालान मेट्रो स्टेशनों के खंभों पर खालिस्तान समर्थक ग्राफिटी (Pro-Khalistan Graffiti) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को निशाना बनाने वाले नारे पाए गए। दिल्ली पुलिस ने स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया करते हुए ग्राफिटी को हटा दिया और घटना के संबंध में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज (FIR registered) की।
अधिकारियों ने घटना के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान करने के उद्देश्य से सीसीटीवी फुटेज प्राप्त करने के लिए दो मेट्रो स्टेशनों के प्रबंधन से संपर्क किया है। यह घटनाक्रम दिल्ली के विभिन्न हिस्सों में इसी तरह के खालिस्तान-संबंधित नारे पाए जाने के पिछले उदाहरणों के बाद आया है।
#WATCH | Delhi: Pro-Khalistan graffiti and slogans against PM Modi were found written on pillars of Karol Bagh and Jhandewalan Metro stations today. Police lodged an FIR in the case and requested CCTV footage from the concerned metro stations. pic.twitter.com/SG9nKX9sJS
— ANI (@ANI) May 12, 2024
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खालिस्तान का समर्थक नारे
इससे पहले जनवरी में, उत्तम नगर में एक सरकारी स्कूल की चारदीवारी और निहार विहार इलाके में एक खंभे पर खालिस्तान का समर्थन करने वाले नारे और भित्तिचित्र पाए गए थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि ‘एसजेएफ, 26 जनवरी, खालिस्तान’ लिखे भित्तिचित्र को एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा चित्रित किया गया था। अधिकारी ने कहा था, ”जिस इलाके में ग्राफिटी बनाए गए हैं, वह बेहद सुनसान है और वहां शायद ही कोई जाता हो.”
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पन्नून द्वारा की धमकी
उस समय 75वें गणतंत्र दिवस से पहले खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून द्वारा दी गई धमकी के बाद यह घटना हुई थी. पन्नून ने 26 जनवरी को दिल्ली में खालिस्तानी झंडा फहराने की चेतावनी दी थी और इससे पहले एक वीडियो जारी कर 2001 के संसद हमलों की बरसी पर 13 दिसंबर तक संसद पर हमले की धमकी दी थी।
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राष्ट्र-विरोधी और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल
केंद्र सरकार ने पहले 2019 में पन्नुन के सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) संगठन पर राष्ट्र-विरोधी और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल होने के कारण इसे “गैरकानूनी संघ” करार देते हुए प्रतिबंध लगा दिया था। समूह सिख आत्मनिर्णय के लिए “जनमत संग्रह 2020” जैसी पहल के माध्यम से खालिस्तान की स्थापना की सक्रिय रूप से वकालत कर रहा है।
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एनआईए की जांच जारी
गुरपतवंत सिंह पन्नून 2019 से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की जांच के दायरे में हैं, एजेंसी ने खालिस्तानी अलगाववादी एजेंडे से जुड़े आतंकवादी कृत्यों और गतिविधियों को बढ़ावा देने और संचालित करने में उनकी भूमिका के लिए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया था। इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी के दर्जनों स्कूलों को मिली धमकियों के कुछ दिनों बाद आज दिल्ली के दो अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी मिली। हालाँकि, बाद में स्कूलों में धमकियों को अफवाह बताया गया।
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