उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडियाकर्मियों को प्राथमिकता के आधार पर कोविड रोधी टीकाकरण की व्यवस्था की मांग की है। उन्होंने कहा कि मैं सभी आयु वर्ग के पत्रकारों के टीकाकरण के पक्ष में हूं। समचार संकलन के लिए वे हर जगह जाते हैं। इसलिए उन्हें फ्रंटलाइन वर्कर्स में शामिल होना चाहिए।
I am in the favour of the vaccination of journalists of all age groups. They go everywhere to cover news and should be included among frontline workers: Bihar Chief Minister Nitish Kumar pic.twitter.com/jqALOc2jR4
— ANI (@ANI) April 9, 2021
उत्तराखंड के सीएम ने भी अधिकारियों को दिए निर्देश
इससे पहले 4 अप्रैल को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी हर उम्र के पत्रकारों के टीकाकरण करने की व्यवस्था करने के लिए अपने अधिकारियों को निर्देश दिए थे। रावत ने अपने निर्देश में कहा था कि पत्रकारों, मीडिया संस्थानों के प्रतिनिधियों और सूचना विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर्स की तरह टीकाकरण करवाने की व्यवस्था की जाए।
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आवश्यक कार्रवाई शुरू
मुख्यमंत्री के निर्देश पर महानिदेशक रणवीर सिंह चौहान ने आवश्यक कार्रवाई के लिए स्वास्थ्य सचिव को अनुरोध पत्र लिखा है। सीएम रावत के निर्देश के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कुंभ मेले में कवरेज करने वाले पत्रकारों का 31मार्च को नगर निगम सभागार में टीकाकरण किया गया था।
कुंभ मेले से पहले किया गया टीकाकरण
इससे पहले 4 मार्च को द प्रेस एसोसिएशन ने महामारी के दौरान मीडिया द्वारा निभाई गई महत्वपू्र्ण भूमिका का उल्लेख करते हुए केंद्र से प्राथमिकता के आधार पर पत्रकारों के टीकाकरण की मांग की थी। इस बारे में एसोसिएशन द्वारा केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा गया था। एसोसिएशन ने कहा था कि स्वास्थ्य क्षेत्र के पेशेवरों, सुरक्षाकर्मियों और अन्य लोगों की तरह कई पत्रकारों ने भी अपने कर्त्यव्य को निभाते हुए कोरोना काल में अपनी जान दे दी।
एमपी के पूर्व सीएम ने की मांग
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी सभी आयु वर्ग के पत्रकारों को टीकाकरण किए जाने की मांग केंद्र सरकार से की है। उन्होंने कहा है कि पत्रकारों को पहली पंक्ति का कोरोना योद्धा मानते हुए उनके टीकाकरण की व्यवस्था की जानी चाहिए।
पीएम ने कहा था, कोरोना योद्धा
बता दें कि पिछले साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कोरोना योद्धाओं में पत्रकारों का भी नाम लिया था। लेकिन आज भी पत्रकारों को दूसरे कोरोना योद्धाओं की तरह कोई भी सरकारी सुविधा उपलब्ध नहीं है। यहां तक कि सभी आयु वर्ग के पत्रकारों को टीके भी नहीं लगाए जा रहे हैं।