प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने चुनाव प्रचार (Election Campaign) के अंतिम दिन होशियारपुर (Hoshiarpur) की चुनाव रैली (Election Rally) से पंजाब (Punjab) की राजनीति का पूरा माहौल बदल दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले दिनों में अपनी रैलियों में अन्य दलों को अहम मुद्दों पर चर्चा करने के लिए मजबूर कर दिया है। मसलन पंजाब में नशे और कानून व्यवस्था (Drugs and Law and Order) को लेकर प्रधानमंत्री ने कांग्रेस समेत आप पार्टी पर हमला बोला है। पीएम मोदी ने सिखों को अयोध्या के राम मंदिर और वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर से जोड़ा उसके बाद दूसरे दलों में अपने वोट बैंक खिसकने का डर बढ़ गया है।
पीएम मोदी ने पंजाब की जनता को यह समझाया कि पंजाब को बदनाम करने के लिए नशे के कारोबार को लेकर उड़ता पंजाब फिल्म बनाई और सत्ता मिलने पर नशे के कारोबार से जुड़कर कमाई करने लगे। पाकिस्तान से लगते राज्य की संवेदनशीलता को नजरअंदाज कर राजनीतिक दल राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों को दरकिनार कर रहे हैं। लेकिन प्रधानमंत्री ने पंजाब की अस्मिता को राष्ट्र के गौरव से जोड़ दिया।
यह भी पढ़ें – Lok Sabha Election: होशियारपुर से विपक्ष पर गरजे पीएम मोदी, कहा- भ्रष्टाचार में डबल पीएचडी
भव्य राम मंदिर की चर्चा प्रधानमंत्री की रैलियों में
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैलियां में खासकर युवाओं की बड़ी संख्या में मौजूदगी दिखाई दी है। पटियाला की रैली में तो कुछ लोग अयोध्या में श्री राम मंदिर का मॉडल सिर पर रखकर पहुंचे थे। पीएम की रैली में अयोध्या में बने राम मंदिर की खूब चर्चा हो रही है।
कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भाजपा के खिलाफ जहर उगल रहा है। आम आदमी पार्टी और शिरोमणि अकाली दल पर चुप्पी क्यों?
पंजाब के कांग्रेस नेता भगवंत मान सरकार को अलग-अलग मुद्दों पर जमकर घेर रहे हैं। लेकिन पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अमृतसर और महासचिव प्रियंका गांधी ने पटियाला और फतेहगढ़ साहब की रैलियां में एक भगवंत मान व अरविंद केजरीवाल का नाम तक नहीं दिया। शिरोमणि अकाली दल का जिक्र भी नहीं किया। लेकिन उनका निशाना भाजपा पर बना रहा यह दर्शाता है कि बीजेपी सभी पार्टियों के लिए बड़ी चुनौती बन गई है।
पंजाब की जनता का मूड
पंजाब में जनता की बात करें तो मोदी लहर में भी यहां पिछले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को 8 और 2014 में आम आदमी पार्टी को 4 सीटे मिली थी। पंजाब के मतदाता एक बार जहां चलते हैं तो चल देते हैं। बदलाव कैसे करना है वो जानते हैं। 2022 विधानसभा चुनाव में तीन चौथाई सीटे जीतने वाली आम आदमी पार्टी लोकसभा उपचुनाव में मुख्यमंत्री भगवंत मान की सीट हार गई थी इस सीट पर सिमरनजीत सिंह मान जीते थे। 2022 में जिस तरह मतदाता चुप थे। कुछ वैसा ही इस बार भी लग रहा है।
देखें यह वीडियो –
Join Our WhatsApp Community