कोरोना वायरस से गंभीर संक्रमित मरीजों को रेमेडिसविर का इंजेक्शन दिया जाता है। यही वजह है कि जैसे-जैसे संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं, इस इंजेक्शन की मांग तेजी से बढ़ रही है। इस कारण महाराष्ट्र के सभी शहरों में इसकी किल्लत देखी जा रही है। पुणे शहर में रेमेडिसविर इंजेक्शन की किल्ल्त बड़े पैमाने पर नजर आ रही है। मरीजों को अस्पताल में इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं और उनके परिजनों को दरबदर भटकना पड़ रहा है। आखिर 12 अप्रैल को उनके धैर्य का बांध टूट गया और उन्होंने दवा दुकानों के बाहर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया।
मरीजों के नाराज परिजनों ने किया प्रदर्शन
दरअस्ल पुणे के शुक्रवार पेठ इलाके में बड़ी संख्या में लोग दवा दुकानों पर हर दिन इस उम्मीद में इकट्ठा होते हैं, कि शायद आज रेमेडिसविर इंजेक्शन उन्हें मिल जाए। लेकिन इंजेक्शन उलब्ध नहीं हो रहा है और उन्हें हर दिन निराशा ही हाथ लग रही है। आखिरकार 12 अप्रैल की सुबह मरीजों के परिजन दवा दुकानों के सामने विरोध प्रदर्शन करने लगे।
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प्रशासन के आदेश पर अमल नहीं
बता दें कि हाल ही में पुणे प्रशासन ने एक आदेश जारी किया है, जिसके अनुसार मरीजों को अस्पताल में ही इंजेक्शन उपलब्ध कराना होगा लेकिन इस आदेश के बावजूद लोगों को दरबदर भटकना पड़ रहा है।
बड़े पैमाने पर कालाबाजारी का भंडाफोड़
दूसरी ओर इसकी कलाबाजारी के कई मामले भी सामने आ रहे हैं। पुलिस ने रेमेडिसविर की कालाबाजारी का भंडाफोड़ करते हुए बड़ी मात्रा में इसके इंजेक्शन बरामद किए हैं।