कोरोना के बढ़ते संक्रमण का प्रभाव देश के हर क्षेत्र में किसी न किसी रुप में पड़ रहा है। विदेशों से राजनीतिक और कूटनीतिक संबंध भी इससे अछूते नहीं हैं। कोरोना के कारण कई विदेशी मेहमानों की यात्राओं पर असर पड़ता दिख रहा है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश के अन्य मंत्रियों की विदेश यात्राओं पर भी इसका प्रभाव पड़ रहा है।
बता दें कि देश में फरवरी 2021 में कोरोना संक्रमण काफी कम हो गया था। इस वजह से विदेश मंत्रालय ने विदेशी मेहमानों के दौरों की शुरुआत करने का निर्णय लिया था। इसके साथ ही पीएम नरेंद्र मोदी के विदेशी दौरों की भी योजनाएं बनाई गई थीं। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के कारण इन सभी योजनाओं पर संकट का बादल मंडराता दिख रहा है।
ब्रिटेन के पीएम का दौरा सीमित करने के लिए बातचीत
फिलहाल अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के विशेष दूत जॉन कैरी की यात्रा समाप्त हुई है और वे भारत से चीन पहुंच गए हैं, लेकिन इसी महीने के अंत में भारत आने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के दौरे का समय कम करने के लिए दोनों देशों के अधिकारियों के बीच बातचीत जारी है। इसके साथ ही पीएम मोदी के जापान दौरे को लेकर भी फिलहाल असमंजस की स्थिति है।
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ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री का दौरा रद्द
ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री को इी हफ्ते भारत आना था लेकिन कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हए उनका दौरा रद्द कर दिया गया है। हालांकि इस बारे में आधिकारिक घोषणा किया जाना अभी बाकी है।
पीएम के दौरे की स्थिति
पीएम मोदी अगले माह के पहले हफ्ते में पुर्तगाल की यात्रा पर जाने वाले हैं। अभी तक उनकी इस यात्रा में कोई बदलाव की खबर नहीं है लेकिन यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उनकी यात्रा के समय तक देश में कोरोना की क्या स्थिति रहती है। अभी तक की जो योजना है, उसके अनुसार पीएम इस दौरे पर एक-दो अन्य देशों में जा सकते हैं, लेकिन फिलहाल कोरोना संक्रमण के मद्दे नजर कहा जा रहा है कि उनकी यात्रा केवल पुर्तगाल तक सीमित रहेगी।
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पुर्तगाल में शिखर वार्ता
पुर्तगाल में भारत तथा यूरोपीय संघ की शिखर वार्ता है, जिसका दोनों पक्षों की ओर से काफी इंतजार किया जा रहा है। इसके साथ ही जून 2021 में भी पीएम विदेश दौरे पर जाने वाले हैं।
रायसीना डायलॉग को किया गया वर्चुअल
बता दें कि नई दिल्ली में कूटनीतिक क्षेत्र की दिशा और दशा पर चर्चा के लिए आयोजित रायसीना डायलॉग को भी कोरोना की वजह से पूरी तरह वर्चुअल मोड में कर दिया गया है। 10 दिन पहले तक इसे वर्चुअल और ऑफ लाइन आयोजित करने की तैयारी थी। इसमें कई मेहमानों को शामिल होना था। लेकिन उनकी यात्राएं रद्द कर दी गईं।