कोरोना की दूसरी लहर मात्र लहर नहीं है, बल्कि एक भयावह सुनामी है। इसक सुनामी की सीमाएं इतनी बड़ी हैं कि ये कुछ ही क्षणों में कई लोगों को अपनी चपेट में ले रही हैं।फिलहाल इस सुनामी को रोकने के लिए टीकाकरण ही एकमात्र तरीका नजर आ रहा है।
भारत में तैयार कोविशील्ड और कोवासीन वैक्सीन की आपूर्ति वर्तमान में कम पड़ रही है। इसलिए, टीकाकरण को गति देने के लिए भारत में कुछ विदेशी टीकों के उपयोग के लिए अब आपातकालीन अनुमति प्रदान की गई है। उम्मीद है कि इससे भारत में टीकाकरण को गति मिलेगी। फिलहाल सभी भारतीयों को जल्द से जल्द घर-घर जाकर टीका लगाने पर विचार किया जा रहा है। जानकारी मिल रही है कि कई कंपनियों ने इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजे हैं।
तेजी से होगा टीकाकरण
स्पुतनिक-वी वैक्सीन को आपातकालीन मंजूरी मिलने के साथ ही भारत अब तेजी से टीकाकरण अभियान के लिए कमर कस रहा है। पता चला है कि देश की कुछ कंपनियों ने नागरिकों को टीका लगाने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से संपर्क किया है। बताया जा रहा है कि अब 45 साल से कम उम्र के लोगों को टीका लगाने की योजना बनाई जा रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस योजना को अंतिम मंजूरी मिलते ही नागरिकों को उनके घरों पर टीका लगाया जाएगा।
ये भी पढ़ेंः कूटनीतिक दौरों पर कोरोना का साया! खटाई में इन विदेशी मेहमानों के दौरे
कुछ और टीकों को मिलेगी अनुमति
45 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों और लाभार्थियों का टीकाकरण अगले कुछ महीनों में पूरा हो जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, अन्य आयु समूहों को भी जल्द से जल्द टीका लगाया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि आने वाले महीनों में कुछ और टीकों को अनुमति दी जाएगी।