Satyendra Jain: सत्येंद्र जैन को राहत से सर्वोच्च न्यायालय का इनकार, दिल्ली हाई कोर्ट लेगा फैसला

दिल्ली उच्च न्यायालय भी आज आप सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत देने के निचली अदालत के आदेश को चुनौती देने वाली ईडी की याचिका पर आदेश सुनाएगा।

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मनी लॉन्ड्रिंग मामले (Money Laundering Case) में तिहाड़ जेल (Tihar Jail) में बंद दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन (Satyendar Jain) की डिफॉल्ट बेल (Default Bail) पर सुनवाई टालने की मांग वाली याचिका (Petition) पर सर्वोच्च न्यायालय (Supreme Court) ने सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। सत्येंद्र जैन ने दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) के फैसले को चुनौती देते हुए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की डिफॉल्ट बेल पर सुनवाई टालने की मांग वाली याचिका पर सर्वोच्च न्यायालय ने सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। सत्येंद्र जैन ने दिल्ली हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देते हुए सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी।

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मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार हुए सत्येंद्र जैन
सर्वोच्च न्यायालय ने हाईकोर्ट को अगली सुनवाई पर सत्येंद्र जैन की बेल याचिका का निपटारा करने का निर्देश दिया है। अंतरिम बेल की अवधि बढ़ती रही हाई कोर्ट ने 28 मई को नोटिस जारी कर सुनवाई 9 जुलाई के लिए टाल दी थी। सत्येंद्र जैन को मई 2022 में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने सबसे पहले उन्हें मेडिकल आधार पर 26 मई 2023 को करीब 6 महीने की अंतरिम बेल दी थी। बाद में यह अवधि बढ़ती रही और 9 महीने जेल से बाहर रहने के बाद कोर्ट ने सत्येंद्र जैन को तुरंत सरेंडर करने का आदेश दिया था।

खराब स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मिल
मेडिकल आधार पर मिली थी बेल साल 2018 में ईडी ने इस मामले में सत्येंद्र जैन से पूछताछ की थी। दिल्ली के तत्कालीन उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी 22 मई 2022 को उनकी गिरफ्तारी का विरोध किया था। इसके बाद 26 मई 2023 को सत्येंद्र जैन को खराब स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मिल गई थी। तब से उनका इलाज चल रहा है। सीबीआई ने 2017 में आप नेता के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की थी। इस एफआईआर में सत्येंद्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया था।

करोड़ों रुपये की लॉन्ड्रिंग
एफआईआर के अनुसार, चार कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की गई, जो सीधे तौर पर सत्येंद्र जैन से जुड़ी हुई हैं। ईडी का आरोप है कि सत्येंद्र जैन ने सेल कंपनियों और हवाला के जरिए करोड़ों रुपये की लॉन्ड्रिंग की थी। जैन पर उनसे जुड़ी चार कंपनियों के जरिए पैसे लेने का आरोप है। जिसके चलते उन्हें 30 मई 2022 को गिरफ्तार किया गया था।

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