Lok Sabha में हिंदुओं को लेकर राहुल गांधी के बयान पर महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे और सदस्य प्रसाद लाड के बीच 1 जुलाई को नोंक-झोंक हुई। इसके बाद सभापति नीलम गोर्हे ने सभागृह का कामकाज पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया।
प्रसाद लाड और अंबादास दानवे के बीच नोंक-झोंक
विधान परिषद में सदस्य प्रसाद लाड 1 जुलाई लोकसभा में हिंदुओं को लेकर राहुल गांधी के बयान का निषेध करना चाहते थे, लेकिन अंबादास दानवे ने कहा कि विधान परिषद के कामकाज का यह विषय नहीं है। इसके बाद प्रसाद लाड और अंबादास दानवे के बीच नोंक-झोंक होने लगी जो गाली-गलौच तक पहुंच गई और सभागृह में हंगामा होने लगा। सभापति नीलम गोर्हे ने प्रसाद और दानवे दोनों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों मानने को तैयार नहीं थे। इसीलिए सभापति नीलम गोरहे ने सभागृह का कामकाज पूरे दिन के लिए स्थगित कर दिया। इसके बाद सदस्य प्रसाद लाड ने नेता प्रतिपक्ष से माफी मांगने और पद से इस्तीफा देने की मांग की, जबकि अंबादास दानवे ने कहा कि वे माफी नहीं मांगेंगे। उनका इस्तीफा मांगने का अधिकार सिर्फ उनकी पार्टी के अध्यक्ष को है।
सभापति नीलम गोर्हे पर पक्षपात का आरोप
इससे पहले सोमवार को विपक्ष ने सभापति नीलम गोर्हे पर पक्षपात का आरोप लगाते हुए विधान परिषद के कामकाज का बहिष्कार कर दिया था। अंबादास दानवे ने आरोप लगाया था कि सभापति सिर्फ सत्तापक्ष के सदस्यों को मनचाहा बोलने देती हैं, जबकि विपक्ष मुद्दे पर बोलना चाहते हैं तो उन्हें बोलने नहीं दिया जाता।