Mahabharata in Nepal: नेपाल में सत्ता गठबंधन टूटने और नए राजनीतिक समीकरण बनने के बाद प्रधानमंत्री पुष्पकमल दाहाल ‘प्रचंड’ पर इस्तीफे का दबाव बढ़ गया है। लगभग सभी विपक्षी दलों ने उनसे तत्काल इस्तीफा देने को कहा है, इसलिए उनके इस्तीफे पर सबकी निगाहें टिकी हैं।
कोई और रास्ता नहीं
संसद में बहुमत खोने पर लगातार पद छोड़ने का दबाब बढ़ने के बाद अब प्रधानमंत्री के पास इस्तीफे के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचा है। प्रचंड की निजी सचिव समेत रही उनकी बेटी गंगा दाहाल ने बताया कि प्रधानमंत्री 7 जुलाई को प्रतिनिधि सभा में अपना संबोधन देने के बाद अपने पद से इस्तीफा देने वाले हैं।
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एमाले समर्थन वापस लेने की कर सकता है घोषणा
इधर, नए समीकरण बनने के बाद नेपाली कांग्रेस और नेकपा एमाले ने अपनी-अपनी पार्टी की बैठक के बाद प्रधानमंत्री से इस्तीफा देने की मांग की है। इन दोनों दलों ने बिना देरी किए ही प्रधानमंत्री को पद छोड़ने के लिए कहा है। अब तक सरकार में रही नेकपा एमाले ने आज शाम को अपने मंत्रियों से सामूहिक इस्तीफा देने को कहा है। एमाले आज ही सरकार से अपना समर्थन वापस लेने की घोषणा भी करने वाली है।