लोकसभा (Lok Sabha) में विपक्ष के नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defense Minister Rajnath Singh) पर संसद के अंदर एक ‘अग्निवीर’ (Agniveer) की मौत की स्थिति में उनके परिवार को दी जाने वाली आर्थिक सहायता के बारे में झूठ (Lie) बोलने का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने कहा कि राजनाथ सिंह को संसद, देश और सेना से माफी मांगनी चाहिए। राहुल गांधी ने पंजाब के हुतात्मा अग्निवीर अजय सिंह (Agniveer Ajay Singh) के पिता का एक वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने कहा कि उनके परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता नहीं मिली। जबकि सरकार ने संसद में कहा था कि जान गंवाने वाले अग्निवीर के परिवार को एक करोड़ रुपये की मदद दी गई है।
भारतीय सेना का स्पष्टीकरण
राहुल गांधी के भारतीय सेना (Indian Army) के दावे का पर्दाफाश करते हुए उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट से पता चला है कि ड्यूटी के दौरान जान गंवाने वाले अग्निवीर अजय कुमार के परिवार को मुआवजा नहीं दिया गया है। इस बात पर जोर दिया गया है कि भारतीय सेना अग्निवीर अजय कुमार के सर्वोच्च बलिदान को सलाम करती है। अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया। कुल देय राशि में से 98.39 लाख रुपये पहले ही अग्निवीर अजय के परिवार को दिए जा चुके हैं।
*CLARIFICATION ON EMOLUMENTS TO AGNIVEER AJAY KUMAR*
Certain posts on Social Media have brought out that compensation hasn't been paid to the Next of Kin of Agniveer Ajay Kumar who lost his life in the line of duty.
It is emphasised that the Indian Army salutes the supreme… pic.twitter.com/yMl9QhIbGM
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) July 3, 2024
भारतीय सेना ने आगे लिखा
अग्निवीर योजना के प्रावधानों के अनुसार लगभग 67 लाख रुपये की अनुग्रह राशि और अन्य लाभ पुलिस सत्यापन के तुरंत बाद अंतिम खाता निपटान पर भुगतान किए जाएंगे। कुल राशि लगभग 1.65 करोड़ रुपये होगी। इस बात पर फिर जोर दिया गया है कि शहीद नायक को दी जाने वाली परिलब्धियां अग्निवीरों सहित मृतक सैनिकों के निकटतम रिश्तेदारों को तुरंत दी जाएं।
अग्निपथ योजना वर्ष 2022 से लागू
गौरतलब है कि अग्निपथ योजना की घोषणा 14 जून 2022 को की गई थी। इसमें 17 से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को सेना में केवल चार वर्षों के लिए भर्ती करने का प्रावधान था, जिसमें से 25 प्रतिशत को अगले 15 वर्षों तक बनाए रखने का प्रावधान है। बाद में सरकार ने अधिकतम आयु सीमा बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी। इस योजना का काफी राजनीतिक विरोध हुआ। अब भी इंडी गठबंधन का कहना है कि अगर वह सत्ता में आया तो अग्निपथ योजना को बंद कर देगा।
देखें यह वीडियो-
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